इंफाल, 12 नवंबर (एजेंसी)
मणिपुर के जिरिबाम जिले में मंगलवार सुबह मेैतेई समुदाय से ताल्लुक रखने वाले दो बुजुर्गों के शव बरामद किए गए। जिरिबाम जिले में एक दिन पहले संदिग्ध उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) आईके मुइवा ने बताया कि सोमवार को जिरिबाम में भड़की हिंसा के बाद से लापता तीन महिलाओं और तीन बच्चों को ढूंढने के लिए अभियान जारी है। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए शुरू किए गए अभियान के दौरान लैशराम बालेन और माईबाम केशो के शव जकुराधोर करोंग क्षेत्र में मलबे में मिले। उन्होंने बताया कि इस स्थान पर सोमवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने कुछ दुकानों में आग लगा दी थी। उन्होंने बताया, ‘जकुराधोर करोंग क्षेत्र में उग्रवादियों द्वारा कुछ दुकानों में आग लगाए जाने के बाद मैतेई समुदाय के दो बुजुर्गों की मौत हो गई।’ अधिकारी ने बताया कि जिरिबाम जिला प्रशासन ने क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए निषेधाज्ञा लागू की है। पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में संदिग्ध उग्रवादियों के मारे जाने के विरोध में कुकी-जो बहुल पहाड़ी क्षेत्रों में मंगलवार तड़के पांच बजे से ही ‘बंद’ आयोजित किया गया था। कुकी-जो काउंसिल ने गोलीबारी में मारे गए लोगों के प्रति सामूहिक दुख और एकजुटता व्यक्त करने के मकसद से मंगलवार को सुबह पांच बजे से शाम छह बजे तक राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में पूर्ण ‘बंद’ का आह्वान किया। पुलिस ने कहा था कि सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 11 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए।