सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 13 नवंबर
भारत में हरियाणा ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां गन्ने का प्रति क्विंटल मूल्य ₹400 दिया जाएगा, जो पूरे देश में सर्वाधिक है। हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में गन्ना उत्पादक किसानों द्वारा किए गए आंदोलन के बाद गन्ने का भाव 372 रुपए से बढ़कर 386 कर दिया गया था और 2024/2025 के लिए गन्ने का मूल्य ₹400 प्रति क्विंटल किए जाने की घोषणा की थी।
एशिया की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल ने सरकार की इस घोषणा पर पहल करते हुए किसानों को ₹400 प्रति क्विंटल मूल्य देने का फैसला किया है। अब किसान जो भी गन्ना ला रहे हैं, उस स्लिप पर ₹400 प्रति क्विंटल मूल्य अंकित किया गया है, जो पूरे भारत में सर्वाधिक है। गन्ना उत्पादक किसानों ने सरकार व शुगर मिलों द्वारा लागू की गई इस बढ़ोतरी का स्वागत किया है। वहीं, किसान संगठनों का कहना है कि लागत मूल्य के हिसाब से अभी भी गन्ने का मूल्य कम है, उसे और बढ़ाया जाना चाहिए।
शुगर मिल के चीफ एग्जीक्यूटिव बोले
शुगर मिल के चीफ एग्जीक्यूटिव, एसके सचदेवा ने बताया कि मिल को सुचारु रूप से चलाने के लिये विशेष तैयारियां की गई हैं ताकि प्रतिदिन क्षमतानुसार गन्ने की अधिक से अधिक पेराई की जा सके। इस वर्ष मिल द्वारा गन्ना पेराई का लक्ष्य 160 लाख क्विंटल रखा गया है जबकि गत सीजन में 146 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी।
इस बार कम हुई गन्ने की पैदावार
हरियाणा में पिछले वर्ष 3.50 लाख एकड़ में गन्ने की पैदावार थी, जबकि इस वर्ष 2.96 लाख एकड़ में ही गन्ने की खेती हुई है, जो पिछले वर्ष से लगभग 15% कम है। गन्ने की खेती पिछले काफी समय से कई बीमारियों से ग्रसित होने के कारण किसान परेशान हैं। कई किसानों ने इन बीमारियों के चलते गन्ने की पैदावार बंद कर दी है, जिसके चलते शुगर मिल भी प्रभावित हुई है। इससे चीनी का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। अब सरकार ने गन्ना की जिस किस्म में ज्यादा बीमारियां आ रही हैं, उस किस्म के बजाय नयी किस्म को लाने का फैसला लिया है। हरियाणा में 14 शुगर मिले हैं, जिनमें से 11 शुगर मिल सहकारी क्षेत्र की हैं, जबकि तीन निजी क्षेत्र की हैं। यमुनानगर स्थित सरस्वती शुगर मिल का गन्ना क्षेत्र 85 हजार एकड़ में फैला हुआ है, जो पूरे हरियाणा में सर्वाधिक है। पंजाब, हरियाणा में यमुनानगर की सरस्वती शुगर मिल ने सबसे पहले पेराई सत्र शुरू किया है।