नई दिल्ली, 15 नवंबर (एएनआई)
Digital Arrest: दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में एक 70 वर्षीय सेवा निवृत्त इंजीनियर को जिंदगी भर की कमाई पलभर में उड़ गई। साइबर ठगों ने उसे डिजिटल अरेस्ट कर 10 करोड़ 30 लाख रुपये की ठगी कर दी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पीड़ित विभिन्न कंपनियों में उच्च पदों पर कार्यरत रह चुके हैं।
मामले की शुरुआत तब हुई जब पीड़ित के पास एक फोन कॉल आई, जिसमें उन्हें बताया गया कि उनके नाम पर एक कोरियर ताइवान से आया है, जिसमें प्रतिबंधित दवाइयां शामिल हैं। ठगों ने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
ठगी का तरीका
कॉल के दौरान ठगों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताते हुए पीड़ित को धमकाया और कहा कि वे मामले से बचने के लिए उनकी मदद कर सकते हैं। ठगों ने पीड़ित से उनकी निजी जानकारी मांगी और उनसे कहा कि वे अपने मोबाइल या लैपटॉप के कैमरे के सामने बैठें। इसके बाद, ठगों ने उन्हें झांसा देकर उनके बैंक खाते से 10 करोड़ 30 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए।
पुलिस की कार्रवाई
ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया। मामला साइबर अपराध इकाई को सौंप दिया गया। पुलिस ने अब तक 60 लाख रुपये की राशि को फ्रीज कर लिया है और शेष धनराशि का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
सावधानी और अपील
इस घटना ने साइबर अपराध के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित किया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।