जमुई, 15 नवंबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी नेताओं के योगदान को कमतर आंकने का प्रयास किया, जिससे केवल एक पार्टी और एक परिवार को श्रेय मिल सके। वह महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर बिहार के जमुई जिले के खैरा गांव में ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘आज जब हम जनजातीय गौरव वर्ष की शुरुआत कर रहे हैं, तब यह इतिहास के एक बहुत बड़े अन्याय को दूर करने का एक ईमानदार प्रयास है।’ मोदी ने कहा, ‘आदिवासी समाज वह है, जिसने राजकुमार राम को भगवान राम बनाया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद के दशकों में आदिवासी इतिहास के इस अनमोल योगदान को मिटाने की कोशिशें की गईं। उन्होंने कहा, ‘संस्कृति हो या फिर सामाजिक न्याय, आज की राजग सरकार का मानक कुछ अलग ही है। मैं इसे राजग का सौभाग्य मानता हूं कि हमें द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति बनाने का अवसर मिला। वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं।’