जींद, 15 नवंबर(हप्र)
निर्जन गांव के डेरा घीसपंथी के महंत स्वामी राघवानंद ने कहा कि आज समाज को तोड़ने वालों से सावधान रहने और समाज को जोड़े रखने वालों की जरूरत है। स्वामी राघवानंद शुक्रवार को निर्जन के डेरा घीसापंथी में पूर्णिमा पर आयोजित मासिक सत्संग में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संत नेकीराम और दूसरे सभी कबीरपंथी संतों ने समाज की एकता पर जोर दिया। इंसान और इंसान के बीच कभी अमीरी और गरीबी के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। इसी तरह कभी जाति और धर्म के आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए। स्वामी राघवानंद ने कहा कि भगवान सभी में वास करते हैं। गुरु नानक जी ने गरीबी में आनंद लिया और दुनिया को बताया कि मौज धन-दौलत से नहीं होती, बल्कि मानवता की निस्वार्थ सेवा से होती है। उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म आपस में बैर रखना नहीं सिखाता। सत्संग के बाद डेरा घीसापंथी में सैंकडों लोगों ने पंगत में प्रसाद ग्रहण किया। बड़ी संख्या में साधु भी इसमें पहुंचे।