चंडीगढ़, 16 नवंबर (ट्रिन्यू)
Sukhbir Badal Resign: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कार्यकारिणी को अपना इस्तीफा सौंपा। उन्होंने यह कदम पार्टी में नई नेतृत्व व्यवस्था को प्रोत्साहित करने और नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से उठाया।
सुखबीर के इस्तीफे की जानकारी पार्टी के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने अपने एक्स अकाउंट पर दी। उन्होंने लिखा, इस्तीफा सौंपते समय सुखबीर सिंह बादल ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनके समर्थन और विश्वास के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “मैं पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं, जिन्होंने मेरे नेतृत्व पर विश्वास जताया और मेरे कार्यकाल के दौरान मुझे पूरा समर्थन और सहयोग दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को नई ऊर्जा और दृष्टिकोण की आवश्यकता है और वह इसके लिए हरसंभव सहयोग करेंगे।
The SAD President S Sukhbir Singh Badal submitted his resignation to the working Committee of the party today to pave the way for the election of new President. He thanked all the party leaders & workers for expressing confidence in his leadership and extending wholehearted…
— Dr Daljit S Cheema (@drcheemasad) November 16, 2024
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे के बाद शिअद कार्यकारिणी जल्द ही एक बैठक आयोजित कर नए अध्यक्ष का चुनाव करेगी। इस प्रक्रिया में पार्टी की युवा और वरिष्ठ पीढ़ी के बीच संतुलन साधने की कोशिश की जाएगी।
बादल परिवार और अकाली दल का जुड़ाव
सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बेटे हैं और उन्होंने पिछले एक दशक से अधिक समय तक शिअद का नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल में पार्टी ने कई चुनौतियों का सामना किया, जिनमें पंजाब में बदलते राजनीतिक समीकरण और किसान आंदोलन के दौरान शिअद की भूमिका पर सवाल शामिल हैं।
पार्टी के सामने चुनौतियां
शिअद को हाल के वर्षों में कई राजनीतिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिनमें विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन और ग्रामीण क्षेत्रों में जनाधार कम होना शामिल है। सुखबीर के इस्तीफे को पार्टी के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
श्री अकाल तख्त साहिब ने किया तनखैया घोषित
बता दें, सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा तनखैया घोषित किया गया था। इस निर्णय के बाद सुखबीर ने कहा था कि वह पूरी तरह अकाल तख्त साहिब के आदेशों के प्रति निष्ठावान हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की सजा स्वीकार है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के लिए श्री अकाल तख्त साहिब हर सिख के लिए सर्वोच्च है, और हर सिख को इसके आदेश का पालन करना चाहिए।
सुखबीर बादल ने जत्थेदार को सौंपे अपने आवेदन में कहा था, “मुझे तनखैया घोषित किए हुए ढाई माह से अधिक समय हो गया है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं आया है। मैं सिंह साहिब के चरणों में प्रार्थना करता हूं कि इस मामले में शीघ्र आदेश सुनाए जाएं।”