जींद (हप्र)
जींद की आबोहवा पिछले कई दिनों से जहरीली बनी हुई है। एक्यूआई का लेवल 400 से नीचे नहीं आ रहा। शुक्रवार को तो खराब एक्यूआई ने जींद में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे, जब जींद का एक्यूआई लेवल 500 को टच कर गया था। इस सीजन में जींद का सबसे खराब लेवल शुक्रवार को रहा था। शनिवार को इसमें भले ही कुछ सुधार हुआ, लेकिन जींद का एक्यूआई का लेवल खतरनाक की श्रेणी से बाहर जींद में नहीं निकल पा रहा है। शनिवार को जींद की पुलिस लाइन में एक्यूआई का लेवल 409 पर रहा। वहीं, सरकार सरकार और प्रशासन की सख्ती के बावजूद कुछ किसान धान की पुरानी जलाने से बाज नहीं आ रहे। पराली जलाने वाले किसानों पर अब तक 70 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। किसानों से लाखों का जुर्माना भी वसूला जा चुका है। इस समय जींद में स्मॉग की मोटी चादर छाई रहती है। स्मॉग के कारण छोटे बच्चों से लेकर अस्थमा रोगियों को सांस लेने में दिक्कत होती है। सुबह और शाम के समय सैर के लिए बाहर निकलने वाले लोगों को आंखों में जलन होने से लेकर सांस लेने में दिक्कत की शिकायत रहती है।
प्रदूषण फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई : डीसी
डीसी मोहम्मद इमरान राजा ने कहा कि प्रदूषण कोई भी फैलाए, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। धान की पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जा रही है। जो फैक्टरी जहरीला धुआं उगल रही हैं, उन पर भी कार्रवाई होगी।