रेवाड़ी, 17 नवंबर (हप्र)
रेवाड़ी में रविवार को पहली बार सांसों पर संकट मंडराता दिखाई दिया। पूरे दिन शहर में प्रदूषण का स्मॉग छाया रहा। रेवाड़ी का एक्यूआई (वायु गुणवता सूचांक) 280 को पार कर गया। पूरे दिन वातावरण में स्मॉग की गहरी चादर छाई रही और सूर्य देवता के दर्शन भी मुशि्कल हो गए। प्रदूषण का बढ़ता हुआ यह स्तर बुजुर्गों व बच्चों के लिए चिंता का विषय बन गया है। यह एक तरह से चेतावनी है कि घर से निकलते समय मास्क लगाकर सावधानी बरते। हैरत की बात यह है कि इस बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन व संबंधित विभाग ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। शहर व आसपास हो रहे भारी निर्माणों पर कोई रोक नहीं लगाई गई है। डॉक्टरों का कहना है कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस स्मॉग से आंखों में जलन व सांस लेने में दिक्कत होती है। खासकर जो छाती रोग के मरीज है, उन्हें इस स्मॉग से बचना चाहिए। ऐसे मरीजों को सुबह की सैर का मोह छोड़ देना चाहिए। इसी तरह के हालात कस्बा बावल व औद्योगिक क्षेत्र धारूहेड़ा में भी दिखाई दिये। इन दोनों जगह प्रदूषण की गहरी चादर छाई रही। इसका सीधा अहर यातायात पर भी पड़ा। दिल्ली-जयपुर हाइवे पर जबरदस्त स्मॉग के कारण वाहन धीमी गति से चलते दिखाई दिये।
सोनीपत में ऑनलाइन लगेंगी 5वीं तक की कक्षाएं : सोनीपत (हप्र): वहीं ज़िला उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने जिला में खराब वायु गुणवत्ता के चलते सोमवार को पांचवी कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टी करने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि यह आदेश खराब वायु गुणवत्ता के चलते बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेगी। उन्होंने अपने आदेशों में स्पष्ट किया है कि यह आदेश सोमवार, 18 नवंबर को एक ही दिन लागू रहेंगे। अधिकारियों ने शहरवासियों से कहा है कि वह वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने वाले उपायों में सक्रिय रूप से भागीदार बनें। उन्होंने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में प्रदूषण के प्रभाव को रोकने के लिए आवासीय क्षेत्रों व सड़कों पर स्मॉग गन के साथ पानी का छिड़काव किया जा रहा है। पानी के पांच टैंकर और एक एंटी स्मॉग गन उपलब्ध है। उधर, नगर निगम के भवन निरीक्षक आनंद किशोर की तरफ से रविवार को भी अभियान चलाया गया। उन्होंने गोहाना रोड व सेक्टर-14 रोड पर खुले में पड़ी निर्माण सामग्री को लेकर कार्रवाई की। इस पर 25 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है।
ग्रैप-3 का पालन कराने के लिए 4 टीमें गठित
सोनीपत (हप्र): ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप)-3 के नियमों का पालन कराने के लिए नगर निगम ने चार टीमों का गठन किया है। यह टीमें निगम क्षेत्र के 20 वार्डों में जाकर लोगों को ग्रैप नियमों के प्रति जागरूक करेंगी। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की ओर से जारी किए गए ग्रैप नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त आयुक्त डॉ. नरेश कुमार ने नगर निगम कार्यालय में रविवार को अधिकारियों की बैठक बुलाई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता मिले तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए। संयुक्त आयुक्त ने कहा कि वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ना हम सबके लिए चिंता का विषय है। इसका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर ग्रैप नियमों का सख्ती से पालन करना जरूरी है। प्रदूषण नियंत्रण उपायों को पूरी गंभीरता से अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को नियंत्रित रखने लिए जमीनी स्तर पर मिलकर काम करें। उन्होंने निर्देश दिए कि शहरों में कचरा जलाने व भवन निर्माण सामग्री को खुले में रखने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखें।