मुंबई, 18 नवंबर (एजेंसी)
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि बैंक ब्याज दरें कुछ लोगों के लिए बेहद दबाव वाली हैं, और उन्हें सस्ता बनाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। वित्त मंत्री ने आर्थिक वृद्धि में सुस्ती की आशंका के बारे में व्यापक चिंताओं के बीच भरोसा दिलाया कि सरकार घरेलू और वैश्विक चुनौतियों से पूरी तरह अवगत है। उन्होंने कहा कि अनावश्यक चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। सीतारमण ने कहा, ‘महत्वपूर्ण बात यह है कि जब आप भारत की वृद्धि की आवश्यकताओं को देखते हैं, और कई तबकों से यह राय सामने आती है कि उधार लेने की लागत वास्तव में बेहद दबाव बढ़ाने वाली है। ऐसे समय में जब हम चाहते हैं कि उद्योग तेजी से आगे बढ़ें और क्षमता निर्माण हो, बैंक ब्याज दरें कहीं अधिक सस्ती होनी चाहिए।’ उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक के वार्षिक व्यापार और आर्थिक सम्मेलन में बैंकों से ऋण देने के अपने मूल काम पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। वित्त मंत्री ने कहा कि बीमा उत्पादों की गलत ढंग से बिक्री भी अप्रत्यक्ष रूप से किसी व्यक्ति या संस्था के लिए कर्ज लेने की लागत को बढ़ाती है।
एसबीआई चालू वित्त वर्ष 500 और शाखाएं खोलेगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक चालू वित्त वर्ष में अपने कुल नेटवर्क को 23,000 तक पहुंचाने के लिए 500 और शाखाएं खोलेगा। सीतारमण ने मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक की मुख्य शाखा की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बैंक का आकार 1921 के बाद से काफी बढ़ गया है। सीतारमण ने कहा, ‘एसबीआई की आज 22,500 शाखाएं हैं और मैं समझती हूं कि वित्त वर्ष 2024-25 में 500 और शाखाएं खोली जाएंगी। यानी, शाखाओं की संख्या बढ़कर 23,000 हो जाएगी।’