नारनौल,18 नवंबर (निस)
राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य पर हरियाणा आयुष निदेशक अंसज सिंह व जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉक्टर अजीत सिंह यादव के मार्ग दर्शन में स्वामी ब्रह्मानंद प्राकृतिक चिकित्सा ट्रस्ट व आयुष विभाग महेंद्रगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में सातवें राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर एक निशुल्क प्राकृतिक चिकित्सा शिविर एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉक्टर प्रेमराज, विशिष्ट अतिथि सुभाष शर्मा झगड़ोली, विशिष्ट अतिथि विधायक पुत्र राहुल यादव जिला योग कोऑर्डिनेटर डॉ़. सतीश कुमार व अध्यक्ष कप्तान राजेंद्र सिंह खेड़ा ने भगवान धन्वंतरि के समक्ष दीप जलाकर शिविर का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर वैदिक यज्ञ पद्धति द्वारा एक हवन का भी आयोजन किया गया। जिसके यजमान राजेश सैनी उनकी पत्नी उपस्थित रहें तथा केसर देवी व भूपेन्द्र आर्य ने यज्ञ को वैदिक विधान से संपन्न करवाया।
इस अवसर पर संस्था के प्रमुख चिकित्सक डॉक्टर भंवर सिंह कसाना ने कहा कि आज सामान्य डॉक्टर व वैद्य अधिकतर बीमारियों का अध्ययन करने में विश्वास रखते हैं मगर प्राकृतिक चिकित्सक स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देते हैं। उनका असली काम तब शुरू होता है जब डॉक्टर का काम समाप्त हो जाता है। यह चिकित्सा जीवन का मार्ग है न कि इलाज का तरीका। यह एक ऐसी अनूठी पद्धति है जिसमें रोगी का शारीरिक, मानसिक,नैतिक व आध्यात्मिक विकास होता है। यह मानव शरीर के रोगों के कारण को ढूंढ कर शरीर में फैले विषैले पदार्थों को बाहर निकालकर शरीर को रोग मुक्त करने में सक्षम है। मुख्य अतिथि डॉ प्रेमराज ने कहा कि यह चिकित्सा पद्धति प्रकृति के पांच तत्व आकाश, पृथ्वी,वायु सूर्य व जल से रोगों को दूर करने की पद्धति हैं।
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। आज यह पद्धति हम सब के लिए उपयोगी व कारगर सिद्ध हो रही है। इस दौरान कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर सतीश कुमार ने आए हुए अतिथियों का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
इस अवसर पर सूबेदार जोगिंदर झुक वाले, सुमेर सिंह, मास्टर जगबीर, संजय पीटीआई, डॉक्टर सुदर्शन, डॉक्टर शिव शर्मा, डॉक्टर पुष्पा शर्मा, डॉ पूजा यादव, डॉ. नवीन कुमार, रंगराव, वीर सिंह मेंघनवास, रामजीवन मितल, मुकेश भट्टी, सुमेर सिंह मेगनवास,व अशोक सैनी वार्ड पार्षद उपस्थित रहे।