मनीमाजरा (चंडीगढ़), 19 नवंबर (हप्र)
पंजाब सरकार अपनी आगामी कैबिनेट मीटिंग में वन एवं वन्यजीव संरक्षण विभाग पंजाब की प्रस्तावित अधिसूचना को अगर मंजूरी देती है, तो मोहाली जिले के नयागांव म्यूनिसपल कौंसिल के अंतर्गत आने वाले कांसल, करोरां और नाडा के मकान, दुकानें, अस्पताल, धार्मिक स्थल, होटल आदि पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ेगा और उन्हें गिराने की नौबत भी आ सकती है।
यह दावा मंगलवार को चंडीगढ़ में पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता विनीत जोशी ने किया। उन्होंने कहा कि इससे नयागांव एमसी के दो लाख लोग बेघरहो सकते हैं। नयागांव म्यूनिसिपेलिटी के पार्षद सुरिन्दर कौशीश बब्बल, पार्षद प्रमोद कुमार, पार्षद बबलू कोरी, समाज सेवी अतुल अरोड़ा, मजदूर सेना के महामंत्री मदन मंडल व ब्रह्माकुमारीज़ नयागांव के प्रमुख ज्ञानचंद भंडारी व अन्य उपस्थित थे। जोशी ने कहा कि सुखना वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी के आसपास 100 मीटर को ईएसज़ेड (इको सेंसिटिव ज़ोन) रखने के अपने ही दस साल से अधिक पुराने स्टैंड के विपरीत, अब वन एवं वन्यजीव संरक्षण विभाग पंजाब ने ईएसज़ेड को 3 किलोमीटर तक रखने का प्रस्ताव दिया है, यह सरासर गलत है। सुखना वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी अधिकतम 100 मीटर तक पर्याप्त है और इसे भारत सरकार की भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून द्वारा प्रमाणित किया गया है। जोशी ने पंजाब कैबिनेट से पंजाब वन एवं वन्यजीव संरक्षण विभाग के उस प्रस्ताव को खारिज करने को कहा जिसमें सुखना वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी के लिए ईएसज़ेड को 100 मीटर की जगह 3 किलोमीटर तक रखने का प्रस्ताव है।