पर्थ, 19 नवंबर (एजेंसी)
पूर्व ऑलराउंडर शेन वाटसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को सलाह दी है कि वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली के साथ उलझने से बचें क्योंकि उनका मानना है कि यह दिग्गज भारतीय बल्लेबाज उकसाने के बाद जिस जज्बे से खेलता है वह उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराता है।
कोहली पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं लेकिन अतीत में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन किया है और शुक्रवार से यहां ऑप्टस स्टेडियम में शुरू हो रही पांच मैच की श्रृंखला में वह दोबारा लय हासिल करने का प्रयास करेंगे। कोहली को उकसाने का अधिकतर ऑस्ट्रेलिया को खमियाजा ही भुगतना पड़ा है और वाटसन ने स्वयं इसका अनुभव किया है। वाटसन ने ‘विलो टॉक पोडकास्ट’ पर कहा, ‘विराट के बारे में एक बात जो मैं जानता हूं वह यह है कि वह मैच में प्रत्येक गेंद में जो जज्बा लता है वह शानदार है।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन हाल के दिनों में ऐसे क्षण आए हैं जब उनके अंदर की यह आग बुझने लगी है क्योंकि मैच के हर लम्हें में उस तीव्रता को बनाए रखना बहुत कठिन है।’ इस पूर्व ऑलराउंडर ने कहा, ‘और यहीं ऑस्ट्रेलिया को उसे अकेला छोड़ देना चाहिए और उम्मीद करनी चाहिए कि वह यह जज्बा नहीं ला पाए।’
कोहली ने 2011 से ऑस्ट्रेलिया में 13 टेस्ट खेले हैं और इस दौरान छह शतक और चार अर्धशतक की मदद से 54.08 के औसत से 1352 रन बनाए हैं जिसमें 169 रन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।