जींद, 19 नवंबर (हप्र)
जींद की फिजा में जहर का असर कुछ कम हो, इसके लिए जिला प्रशासन गंभीर हुआ है। गंभीर हुए जिला प्रशासन ने मंगलवार को शहर की सड़कों पर पानी का छिड़काव करवाया। वाहनों से फैलने वाला प्रदूषण कुछ कम हो, इसके लिए डीसी मोहम्मद इमरान रजा मंगलवार को अपनी सरकारी गाड़ी छोड़ साइकिल पर अपने निवास से लघु सचिवालय स्थित अपने दफ्तर के लिए निकले। डीसी ने लोगों से भी कुछ दिन गाड़ियां और पेट्रोल से चलने वाले दुपहिया वाहन छोड़ साइकिल से या पैदल काम पर जाने का आह्वान किया है। मंगलवार को भी जींद का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब की श्रेणी में रहा। जींद की पुलिस लाइन का एक्यूआई मंगलवार को 359 रहा। यह बेहद खराब की श्रेणी में आता है। पिछले एक सप्ताह से जींद का एक्यूआई बेहद खराब की श्रेणी में बना हुआ है और इससे बाहर निकलने का नाम नहीं ले रहा। स्मॉग और जहरीली आबोहवा ने छोटे बच्चों और उनके अभिभावकों के साथ-साथ अस्थमा मरीजों के लिए भारी परेशानी खड़ी की हुई है। छोटे बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। अस्थमा मरीजों के लिए तो वर्तमान जहरीली आबोहवा जान लेवा साबित हो रही है। जींद में प्रदूषण कम करने के लिए जिला प्रशासन ने शहर की सड़कों पर दिन में पानी का छिड़काव शुरू करवाया है। गोहाना रोड, सफीदों रोड आदि पर पानी का छिड़काव करवाया जा रहा है। निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। डीजल से चलने वाले जनरेटर सेट भी बंद करवा दिए गए हैं।
4 हजार से ज्यादा ऑटो घोल रहे सांसों में जहर
भले ही डीसी मोहम्मद इमरान रजा मंगलवार को गाड़ी छोड़ साइकिल से दफ्तर के लिए निकले, मगर जींद में प्रदूषण का जहर कम नहीं हो रहा। जींद शहर के लोगों की जान और सेहत के सबसे बड़े दुश्मन वह 4 हजार से ज्यादा ऑटो बने हुए हैं, जो डीजल से चलते हैं और बेहिसाब प्रदूषण अपने जहरीले धुएं से फैला रहे हैं। इनमें एक बड़ी संख्या तो ऐसे ऑटो की है, जो 10 साल की मियाद पूरी कर चुके हैं, मगर सड़कों से नहीं हट रहे।