कलायत, 19 नवंबर (निस)
पराली जलाने से रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार किसानों को जागरूक कर रहे हैं लेकिन रोक के बावजूद किसान मान नहीं रहे हैं। कई स्थानों पर दिन में ही किसानों को पराली जलाते हुए देखा गया है। फसल प्रबंधन को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा छुट्टी के दिनों में भी जागरूकता अभियान चलाए गए। इसके बावजूद बीच-बीच में किसान खेतों में पराली जला रहे हैं। कुछ किसानों ने बताया कि पराली प्रबंधन के लिए विभाग अधिकारियों को कई दिन पहले कहा गया था लेकिन अभी तक उन्हें मशीन नहीं मिली। ऐसे में खेत सूख रहे हैं और गेहूं की फसल की बिजाई भी लेट हो रही है। किसानों ने बताया कि हलके में केवल 8 से 10 मशीन ही काम कर रही हैं जिस कारण किसानों को पराली प्रबंधन में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मशीनों की उपलब्धता बढ़ाने की मांग की है।
कृषि विभाग अधिकारी नरेश नैन बताया कि कलायत क्षेत्र में पराली प्रबंधन के लिए मशीनों की कोई कमी नहीं है। सूचना देने पर किसानों को जल्द से जल्द मशीन उपलब्ध हो रही है। उन्होंने किसानों से खेतों पराली न जलाने की अपील की।