सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 21 जून
सरकार जहां बार-बार किसानों की आय बढ़ाने की बात करती है, वहीं ऐसी योजनाएं भी हैं, जिन्हें अपनाने पर किसान अपनी आय डबल भी कर सकता है। इन्हीं में एक है पॉली हाउस में खेती करना, जिसके लिए सरकार 50% तक सब्सिडी भी देती है।
हरियाणा के यमुनानगर के कई इलाकों में किसानों द्वारा आजकल जिला बागवानी विभाग के सहयोग से पॉली हाउस का निर्माण करवाया जा रहा है। जहां विभिन्न सब्जियां तैयार होती हैं व महंगे दामों पर बिकती हैं।
उत्पादन अन्य तरीकों की बजाय पॉली हाउस में कई गुना ज्यादा होता है। एक पॉली हाउस में प्रतिवर्ष 10 लाख तक की इनकम हो जाती है। यमुनानगर के चमरौड़ी गांव में किसान धर्मवीर द्वारा आजकल शिमला मिर्च व खीरे की खेती पॉली हाउस बनाकर की जा रही है। इस पॉली हाउस को बनाने का खर्चा लगभग 34 लाख आया है, जिसमें से लगभग 16 लाख रुपए की सब्सिडी सरकार द्वारा दी गई है। किसान धर्मवीर का कहना है कि सरकार इसमें कई तरह की सहायता करती है। इसके लिए बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है।
जिला बागवानी अधिकारी बोले
जिला बागवानी अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार, जो इजराइल में 25 किसानों के साथ कई दिन की ट्रेनिंग लेकर आए थे, ने बताया कि आजकल पॉली हाउस से किसान काफी मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1 एकड़ में पॉली हाउस स्थापित करने पर 33 लाख 76 हजार रुपये की राशि खर्च होती है, जिसमें से 16 लाख 80 हजार की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है । इसके अलावा इन किसानों को 5 दिन की ट्रेनिंग भी करनाल व घरौंडा में नि:शुल्क दी जाती है। जिला बागवानी अधिकारी का कहना है कि इन पॉली हाउस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यहां मौसम की मार का असर नहीं होता। ज्यादा पाला होने से, वर्षा होने से किसी तरह से कोई फसल प्रभावित नहीं होती । इसके अलावा सब्जियों की ग्रोथ भी ज्यादा होती है, खुले में खेती से 10 गुना अधिक तक उत्पादन होता है। उन्होंने बताया कि लाल व पीली शिमला मिर्च, खीरा सहित अन्य सब्जियां पॉली हाउस में लगाई जा सकती हैं। इसमें प्रतिवर्ष Rs10 लाख तक की इनकम होती है।