करनाल, 18 जून (हप्र)
करनाल में रविवार को प्रदेशभर के क्लर्क सड़क पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अनदेखी के आरोप लगाए। इसके बाद वे प्रदर्शन करते हुए सीएम आवास का घेराव करने निकल पड़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया।
इसके बाद प्रदर्शनकारी रास्ते में ही सड़क पर बैठ गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाया, लेकिन वे नहीं माने।
इसके बाद वहां मेयर रेणुबाला गुप्ता ने पहुंचकर प्रदर्शकारियों की मांगें सुनी। उन्होंने मेयर को मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। मेयर ने उन्हें मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी के राज्य कमेटी के महासचिव कर्ण सिंह ने बताया कि क्लर्क वर्ग किसी भी सरकार, विभाग में रीढ़ के रूप में कार्य करता है। बावजूद इसके सम्मानजनक वेतन नहीं दिया जा
रहा। उन्होंने क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी का गठन करके लोकतांत्रिक व संवैधानिक तरीके से अपनी आवाज उठाई, लेकिन जिला प्रशासन से लेकर सरकार तक ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी किसी भी पद का वेतनमान निर्धारण करने हेतु 10 पॉइंट की गाइडलाइन जारी की है, जिसे देश में सभी राज्यों की सरकारों ने माना है, लेकिन हरियाणा सरकार ने क्लर्कों के लिए 10 पॉइंट्स की पालना नहीं की।
जल्द मांगें नही मानी तो ले सकते हैं बड़ा फैसला
एसोसिएशन के राज्य प्रधान विक्रांत तंवर ने कहा कि सरकार द्वारा सभी क्लर्कों का न्यूनतम वेतनमान 19900 (एफपीएल-2) की कैटेगरी में रखा गया है, जबकि ये लोग 35400 एफपीएल-6 की सम्मानजनक मांग कर रहे हैं। सरकार ने अगर अब भी उनकी इस मांग पर कोई सुनवाई नहीं की तो आगामी आंदोलन की तैयारी कर सरकार के खिलाफ सभी क्लर्क बड़ा फैसला ले सकते हैं।