भिवानी, 17 जून (हप्र)
भीषण गर्मी के चलते भिवानी शहर पेयजल संकट से जूझ रहा है। शहर की लगभग एक तिहाई आबादी के लिए तो पिछले 12 दिन से पेयजल की राशनिंग लागू है। अगर आने वाले तीन या चार दिन में नहर में पानी नहीं आया तो लोगों की दिक्कतें और अधिक बढ़ जाएंगी क्योंकि भिवानी के पुराने जलघर में अब नाममात्र का पानी रह गया है। कमोवेश यही स्थिति अन्य दो जलघरों निनान व दिनोद रोड़ की है।
पेयजल की आपूर्ति के लिए जन स्वास्थ्य विभाग को जलघर में लगे टयूबवेल की भी मदद लेनी पड़ रही है। इन आधा दर्जन टयूबवेल का पानी अब खारा हो चला है।
सरकार की अमरूत योजना के तहत जलघर में बनाए गए दो बड़े टैंक भी सफेद हाथी साबित हुए हैं। एक मेें लीकेज, दूसरे में भी पानी न होने के कारण पेयजल आपूर्ति के दावे भी फेल हो गए हैं।
22 को पहुंचेगा नहरी पानी
अगर नहरों के पानी छोड़ने के शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं हुआ तो 22 जून को भिवानी की नहरों में पानी छोड़ा जाएगा फिलहाल सिंचाई विभाग की मांग के बाद मुख्यालय से 22 जून को पानी छोड़ने के निर्देश हैं।
12 दिन से हो रही भारी परेशानी
भिवानी के महम रोड़ स्थित जलघर से हाउसिंग बोर्ड, विद्या नगर, कीर्ति नगर, राजीव कॉलोनी, डीसी कॉलोनी, महम रोड़, जालाना चौक, जगत कॉलोनी, राम नगर आदि कॉलोनियों में जलापूर्ति की जाती है। इन कॉलोनियों में पिछले 12 दिन से एक दिन छोड़कर पेयजल की आपूर्ति हो रही है, वह भी काफी कम मात्रा में। कई इलाके तो ऐसे हैं जिनमें दो से तीन दिन में पानी पहुंच रहा है । लोग दूर दराज के क्षेत्रों में बने हैंडपंपों से पानी ला रहे हैं। जलघर के 6 में से केवल 1 टैंक में ही दो से तीन फुट पानी बचा है। पेयजल आपूर्ति के लिए जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा आए दिन बड़ी संख्या में टैंकरों की भी मदद ली जा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जन स्वास्थ्य विभाग के अभियंता सचिन का कहना है कि पानी की कमी को देखते हुए पांच जून से ही राशनिंग लागू कर दी गई थी। अगर तय समय पर नहरी पानी मिल गया तो पांच दिन तक शहर में पेयजल आपूर्ति बाधित नहीं होगी। टयूबवेल के सहारे एक दिन छोड़कर प्रभावित इलाकों में पानी दिया जाएगा।