मुंबई, 15 जून (एजेंसी)
पांचवीं पीढ़ी का मोबाइल प्रौद्योगिकी डेटा ही नहीं, रोजगार सृजन को भी रफ्तार देगी। देश में बड़ी संख्या में कंपनियों का मानना है कि 5जी से रोजगार की दुनिया में एक क्रांतिकारी बदलाव आएगा। देश के प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रतिभाओं के लिए अपार संभावनाएं खुलेंगी। स्टाफिंग कंपनी टीमलीज सर्विसेज की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। इसके अनुसार, 80 फीसदी से अधिक कंपनियों का मानना है कि 5जी प्रौद्योगिकी से आईटी, बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र में रोजगार सृजन व कौशल में वृद्धि को लेकर व्यापक संभावनाएं बनेंगी।
टीमलीज के अनुसार उनकी रिपोर्ट 247 कंपनियों की प्रतिक्रिया पर आधारित है। इसके सीईओ (स्टाफिंग) कार्तिक नारायण ने कहा, ‘दूरसंचार क्षेत्र के लिए 12,000 करोड़ रुपये की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के साथ उल्लेखनीय निवेश से हम क्षेत्र में रोजगार सृजन और कौशल में सुधार को लेकर सकारात्मक हैं। पीएलआई योजना का 25 प्रतिशत सिर्फ रोजगार सृजन के लिए है।’ उन्होंने कहा कि इससे 5जी की क्षमता का उपयोग करने, रोजगार के अवसर पैदा करने, इनाेवेशन को आगे बढ़ाने और एक बदलाव वाले भविष्य को आकार देने में मदद मिलेगी।
उद्योगों पर उल्लेखनीय प्रभाव : रिपोर्ट में कहा गया है कि 5जी के क्रियान्वन से उद्योगों पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ेगा। इसमें बीएफएसआई, शिक्षा, गेमिंग, खुदरा और ई-कॉमर्स क्षेत्र शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वेक्षण में शामिल 46 प्रतिशत कंपनियों का मानना है कि 5जी के क्रियान्वयन के पहले साल में ही 61 से 80 फीसदी रोजगार का सृजन होगा। इसके अगले कुछ वर्ष भी 5जी प्रौद्योगिकी रोजगार सृजन में मदद करेगी। 41 फीसदी कंपनियों का मानना है कि 5जी के क्रियान्वयन से अगले तीन साल में रोजगार सृजन पर 80 फीसदी से अधिक प्रभाव पड़ेगा।