जींद, 13 जून (हप्र)
शहर के चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा विभिन्न कोर्सों की फीस बढ़ौतरी करने पर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की जिला कमेटी ने कड़ा विरोध जताया है। मंगलवार को एसएफआई की जिलाध्यक्ष मधु ने बताया कि सीआरएसयू द्वारा वर्ष 2023-24 के सभी कोर्सों की दाखिला फीस 50 से 60 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई है। यह फैसला दिखाता है कि विश्वविद्यालय शिक्षा का व्यवसायीकरण और निजीकरण की ओर बढ़ रहा है। पिछले कुछ सालों से विश्वविद्यालय लगातार फीस में बढ़ौतरी कर रहा है, जिसके कारण विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार लगातार बोल रही है कि विश्वविद्यालय को अपने फंड का प्रबंध खुद करना चाहिए। इसी कारण सरकार विश्वविद्यालय को फंड नहीं दे रही और शिक्षा के खर्च पर कटौती कर रही है।
उन्होंने कहा कि एसएफआई छात्र संगठन विश्वविद्यालय के इस फैसले को विद्यार्थियों के हक में नहीं मानता और विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करता है कि इस फैसले को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए। अगर बढ़ाई गई फीस का फैसला वापस नहीं लिया गया तो एसएफआई विद्यार्थियों को लामबंद करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर होगी, जिसका जिम्मेदार केवल विश्वविद्यालय प्रशासन ही होगा।
विद्यार्थियों ने सीबीएलयू के कुलपति के नाम सौंपा मांगपत्र
भिवानी (हप्र) : चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इनसो छात्र नेता नितिन सैन को सीबीएलयू से निष्कासित किए जाने के विरोध में इनसो पदाधिकारियों व विद्यार्थियों ने सीबीएलयू कुलपति से फैसले को जल्द वापस लेने की मांग की है। मंगलवार को कस्बा लोहारू स्थित चौ. बंसीलाल राजकीय महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने महाविद्यालय प्राचार्य के माध्यम से सीबीएलयू कुलपति के नाम मांगपत्र सौंपकर छात्र नेता नितिन सैन के निष्कासन के फैसले को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग की गई। इस मौके पर विद्यार्थी योगी झांझड़ा, कपिल, अनुज व सचिन झांझड़ा ने कहा कि सीबीएलयू का यह फैसला निदंनीय व तानाशाही वाला है। इस अवसर पर योगी झांझड़ा, दीपक, विकास, सोनू, अनुज कुमार, अजय कुमार, कुलदीप, अमित, विजय, अजय, दीपक, प्रीतम अनुज कड़वासरा, संजय दमकोरा, अजीत, नेहा, मधु, प्रतिभा, साक्षी भी मौजूद रहे।