नयी दिल्ली, 12 जून (एजेंसी)
खाद्य एवं ईंधन उत्पादों की कीमतें नरम पड़ने से मई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 25 माह के निचले स्तर पर आ गई। लगातार चौथे महीने में खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट आई है। सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मई, 2023 में खुदरा मुद्रास्फीति 4.25 प्रतिशत रही, जो अप्रैल, 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है। अप्रैल, 2021 में खुदरा मुद्रास्फीति 4.23 प्रतिशत पर थी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल, 2023 में 4.7 प्रतिशत रही थी। एक साल पहले मई, 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति 7.04 प्रतिशत के स्तर पर थी। यह लगातार तीसरा महीना है, जब खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर पर है। मई में खाद्य मुद्रास्फीति 2.91 प्रतिशत रही, जबकि अप्रैल में यह 3.84 प्रतिशत थी। ईंधन एवं प्रकाश खंड की मुद्रास्फीति भी 4.64 प्रतिशत पर आ गई, जो अप्रैल में 5.52 प्रतिशत थी।
औद्योगिक उत्पादन घटा, 4.2% पर
देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) इस साल अप्रैल में 4.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) अप्रैल 2022 में 6.7 प्रतिशत बढ़ा था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2023 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 4.9 प्रतिशत और खनन उत्पादन 5.1 प्रतिशत बढ़ा है। समीक्षाधीन माह के दौरान बिजली उत्पादन में 1.1 प्रतिशत की गिरावट आई है।