शिमला, 25 जून (निस)
-एएनआई
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक देते ही कहर बरपाना शुरू कर दिया है। चम्बा जिले के भरमौर क्षेत्र में कुगति ग्लेशियर में हुए हिमस्खलन में लगभग 300 भेड़-बकरियां मारी गईं। सोलन के अर्की में बादल फटा, जिससे 3 दर्जन के करीब बकरियां बह गईं। मंडी जिले की सराज घाटी के तुंगाधार में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ में कई वाहन बह गए और भूस्खलन होने से एक मकान के गिरने का खतरा पैदा हो गया। वहीं, चैलचौक-जंजैहली मार्ग अवरुद्ध हो गया है। कुल्लू के मौहल नाले में नरोणी गांव को जाने वाले रास्ते में पार्क किए वाहन पानी में बह गए। नाले में आई बाढ़ से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।
प्रदेश में 24 घंटे में 13 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं। चार घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि दो मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा। बारिश के कारण 2 नेशनल हाईवे और 124 सड़कें बंद हैं। इसके साथ ही बिजली के 151 ट्रांसफार्मर भी ठप हैं।
कालका-शिमला रेल मार्ग पर मलबा गिरने से सभी ट्रेनें रविवार को भी रद्द रहीं। मंडी जिले में ब्यास के किनारों पर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। पंडोह डैम में पानी खतरे के निशान से ऊपर आ गया है। ऐसे में आज पंडोह डैम से पानी छोड़ा जा रहा है। ब्यास में जलस्तर बढ़ने के बाद पर्यटन विभाग ने रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी है।
6 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट : मौसम विभाग ने सोलन, शिमला, सिरमौर, कुल्लू, बिलासपुर और कांगड़ा जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मंडी जिले के सरकाघाट में सबसे ज्यादा 130 मिलीमीटर बारिश हुई। सुंदरनगर में 92, धौलाकुआं में 90.5 और नाहन में 76 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, चंबा और कुल्लू जिलों में अचानक बाढ़ आने की संभावना के कारण फसलों को नुकसान पहुंचने की चेतावनी दी है।
मामा-भानजा नहर में बहे
संगरूर (निस) : नहाने के लिए नहर में उतरे मामा-भानजा पानी के तेज बहाव में बह गए। मामा राजेश (35) का शव मिल गया है, जबकि 15 वर्षीय भानजे मंगल की तलाश जारी है। जानकारी के अनुसार, दोनों लकड़ी चुनने कुलरियां रोड बरेटा नहर पर गये थे।