बीबीएन, 29 जून (निस)
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने छात्रों का आह्वान किया कि वह प्राप्त विद्या का उपयोग जनहित में करें ताकि उनकी शिक्षा और अनुभव देश और प्रदेश के विकास को पुष्ट कर सके। डाॅ. शांडिल आज बद्दी स्थित कालूझिंडा आईईसी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा अच्छे दिनों का गहना है और मुश्किल समय की आश्रय शक्ति है। शिक्षा युवाओं को परिपक्व बनाकर उनके भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है। डाॅ. शांडिल ने सभी डिग्रीधारकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। डाॅ. शांडिल ने एसपी बद्दी मोहित चावला, समाज सेवक बलबीर सिंह ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता विनीत गौतम, प्रशासक शुभलक्षण सिंह बिंद्रा और टेक्निकल ब्रूक्स लैबोरेट्रीज के डायरेक्टर मनप्रीत सिंह नारू को मानद उपाधि से सम्मानित किया।
सैंपल फेल होने पर दवा कंपनी को बाहर भेजा जायेगा
स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने पत्रकारों के बद्दी में निर्मित दवाइयों के सैंपल बार-बार फेल होने पर पूछे सवाल पर कहा कि जिन भी दवा कंपनियों के सैंपल एक से ज्यादा बार फेल हो रहे हैं उन दवा कंपनियों को हिमाचल से बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा। उनके लिए हिमाचल में कोई स्थान नहीं होगा। दवाइयों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। हर एक गरीब व्यक्ति को सस्ती और गुणवत्ता से निर्मित दवाइयों उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी ने सभी डिग्रीधारकों से आग्रह किया कि अपने शोध, शिक्षा, ज्ञान एवं कौशल के उपयोग से विकास को नई दिशा प्रदान करें। आईईसी विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. नवीन गुप्ता ने कहा कि आईईसी विश्वविद्यालय की ओर से शोध-कार्य और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के 200 से अधिक शोधार्थी शोधरत हैं।