नयी दिल्ली, 25 सितंबर (एजेंसी)
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को सात प्रतिशत पर बरकरार रखा है। एडीबी ने बुधवार को कहा कि बेहतर कृषि उत्पादन तथा उच्च सरकारी खर्च से आगामी तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में तेजी आ सकती है।
सितंबर के अपने एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) में एडीबी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में निर्यात पूर्व के अनुमान से अधिक रहेगा, जिसका श्रेय सेवाओं के निर्यात में वृद्धि को जाता है। हालांकि, अगले वित्त वर्ष 2025-26 में वस्तु निर्यात वृद्धि अपेक्षाकृत धीमी रहेगी। एडीबी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024-25 (31 मार्च, 2025 को समाप्त वर्ष) में जीडीपी वृद्धि सात प्रतिशत और वित्त वर्ष 2025-26 में 7.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। दोनों ही अनुमान अप्रैल, 2024 के समान हैं। साथ ही भारत की वृद्धि संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं।’ भारतीय अर्थव्यवस्था गत वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है। कहा गया, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि धीमी होकर 6.7 प्रतिशत रह गई, लेकिन कृषि क्षेत्र में सुधार तथा उद्योग व सेवाओं के लिए काफी हद तक मजबूत परिदृश्य से आने वाली तिमाहियों में इसमें तेजी आने की उम्मीद है। एडीबी के भारत के निदेशक मियो ओका ने कहा, ‘कृषि सुधारों से ग्रामीण व्यय में वृद्धि होगी, जो उद्योग तथा सेवा क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन के प्रभावों के अनुरूप है।’ रिपोर्ट में कहा गया, देश के अधिकतर हिस्सों में औसत से अधिक मानसून से कृषि क्षेत्र में मजबूत वृद्धि होगी जिससे वित्त वर्ष 2024-25 में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।’
‘एशिया पावर इंडेक्स’
जापान को पछाड़ भारत तीसरे पायदान पर
ऑस्ट्रेलिया की एक विचारक संस्था द्वारा जारी वार्षिक ‘एशिया पावर इंडेक्स’ में जापान को पछाड़कर भारत तीसरे स्थान पर है। कोविड-19 के बाद मजबूत आर्थिक वृद्धि के कारण भारत ने जापान को पीछे छोड़ दिया है। सिडनी स्थित ‘लोवी इंस्टीट्यूट’ ने अपने ‘एशिया पावर इंडेक्स’ में 81.7 स्कोर के साथ अमेरिका को शीर्ष पर रखा है, उसके बाद 72.7 स्कोर के साथ चीन दूसरे, 39.1 स्कोर के साथ भारत तीसरे, 38.9 स्कोर के साथ जापान चौथे, 31.9 स्कोर के साथ ऑस्ट्रेलिया पांचवें और 31.1 स्कोर के साथ रूस छठे स्थान पर है।