नयी दिल्ली, 11 अक्तूबर (एजेंसी)
वित्त मंत्रालय की मासिक आर्थिक रिपोर्ट के अनुसार, रणनीतिक सुधारों और तेज टीकाकरण अभियान ने अर्थव्यवस्था को कोविड-19 महामारी की ‘विनाशकारी लहरों से उबरने’ में सक्षम बनाकर देश को तेज पुनरुद्धार के रास्ते पर खड़ा कर दिया है। सितंबर की समीक्षा में कहा गया है कि कृषि में निरंतर और मजबूत वृद्धि, विनिर्माण एवं उद्योग में तेज वापसी, सेवा से जुड़ी गतिविधि की बहाली तथा शानदार राजस्व से पता चलता है कि अर्थव्यवस्था अच्छी प्रगति कर रही है।
इसमें कहा गया कि बाहरी क्षेत्र ने भारत के वृद्धि संबंधी पुनरुद्धार के लिए उज्ज्वल संभावनाएं पेश करना जारी रखा है और देश के व्यापारिक निर्यात ने वित्त वर्ष 2021-22 में लगातार छठे महीने 30 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर में व्यापार घाटे के भी बढ़ने के साथ, खपत के स्पष्ट प्रमाण हैं और निवेश की मांग भी बढ़ रही है। विदेशी ऋण एवं जीडीपी अनुपात सहज बना हुआ है, जो मार्च 2021 के अंत में 21.1 प्रतिशत की तुलना में जून के अंत में गिरकर 20.2 प्रतिशत हो गया । इसमें कहा गया कि अर्थव्यवस्था में वृद्धि की रफ्तार के साथ, बैंक ऋण की वृद्धि दर 10 सितंबर, 2021 को समाप्त पखवाड़े में सालाना आधार पर 6.7 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 5.3 प्रतिशत थी। आपूर्ति शृंखलाओं की बहाली, आवाजाही में सुधार और खाद्य मुद्रास्फीति में नरमी के साथ, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) मुद्रास्फीति अगस्त 2021 में 4 महीने के निचले स्तर 5.3 प्रतिशत पर वापस आ गयी। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल बाजारों में अस्थिर कीमतों और खाद्य तेलों एवं धातु उत्पादों की कीमतों में वृद्धि चिंता का विषय बनी रह सकती है।