राजीव तनेजा/हप्र
मोहाली, 4 फरवरी
पंजाब के मुख्यमंत्री आवास से चंद दूरी पर पड़ने वाले गांव बड़ी करोर के 200 परिवार बिना पानी के रह रहे हैं। इस कॉलोनी में रहने वाले अधिकतर लोग गरीब हैं, जो छोटी-मोटी नौकरी कर अपना गुजर बसर करते हैं। ऐसे में उन्हें मज़बूरी में 400 से 500 रुपये खर्च कर पानी का टैंकर मंगवाना पड़ता है, जो तीन से चार दिन मुश्किल से निकाल पाता है। उनकी महीने भर की कमाई का बड़ा हिस्सा पानी खरीदने में चला जाता है। लोगों ने जल्द पानी देने के लिए सरकार से अपील की है।
कॉलोनी में रहने वाली नीलू शाही ने बताया की पहले उन्हें जहां पर सभी सुविधाएं देने के नाम पर प्रॉपर्टी डीलरों ने प्लाट बेचे और पीने के पानी की पाइप डालने की बात कही थी, जिसे अब तक नहीं डाला गया। अब बड़ी संख्या में परिवार आकर बस गए हैं और पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। इलाके के अधिकतर लोग स्टोरेज पानी पीने से गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। लोगों का आरोप है कि चुनावों के दिनों में उनके यहां नेता वोट मांगने आए तो तो जल्द ट्यूबवेल लगाने का वादा कर गए थे, लेकिन दो साल बीतने के बाद किसी ने समस्या का समाधान नहीं किया है।
नीलू शाही ने बताया कि वे पानी की मांग को लेकर सीएम भगवंत मान के सरकारी आवास पर और मंत्री अनमोल गगन मान के पास भी लिखित पत्र दे चुकी हैं। अब फिर से लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसपर फिर से लोगों ने अपनी पानी कि मांग को लेकर नेताओं से गुहार लगाई है कि उन्हें जल्द पीने का पानी दिया जाये। नीलू शाही ने कहा कि अगर उनकी मांग पर विभाग ने पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया तो लोगों के साथ मोर्चा खोला जाएगा।