चंडीगढ़, 24 फरवरी (ट्रिन्यू)
एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी के क्षेत्र में भी एक मिसाल कायम करते हुए यातायात की समस्या की जांच करने और बेहतर यातायात प्रबंधन के समाधान का प्रस्ताव देने के उद्देश्य से चंडीगढ़ में यातायात प्रबंधन पर एक शोध परियोजना शुरू की। इस महत्वपूर्ण और प्रासंगिक अध्ययन के लिए चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में डीआईजी ओमवीर सिंह द्वारा कॉलेज को सम्मानित किया गया। ‘ट्रैफिक कंजेशन क्रिएटेड एन्ड फेस्ड बाय डेली कंम्यूटर्स : ए केस स्टडी ऑफ़ मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन’ शीर्षक पर यह अध्ययन सहायक प्रोफेसर (वाणिज्य विभाग) डॉ. किरण जिंदल और डॉ. ममता रत्ती के साथ बीकॉम अंतिम वर्ष की दो छात्राओं सान्या और ज़ैनिया द्वारा किया गया। इस अध्ययन में लगभग 3400 दैनिक यात्रियों (कॉलेज छात्राएं एवं स्टाफ के सदस्यों) का डेटा बेस लिया गया और चंडीगढ़ की सड़कों पर यातायात की समस्या से निपटने के लिए बहुमूल्य सुझाव दिए गए।
निष्कर्ष बताते हैं कि यातायात प्रबंधन को और प्रभावी बनाने हेतु दैनिक यात्रियों के बीच जागरूकता उत्पन्न करने की आवश्यकता है और यातायात समस्या से निपटने के लिए वाहन पूलिंग एक प्रभावी तरीका है। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ निशा भार्गव ने बताया कि हमें आशा है कि इसके सुझावों को अन्य संस्थानों और शहरवासियों द्वारा भी अपनाया जाएगा।