आदित्य शर्मा/नस
चंडीगढ़/पंचकूला, 26 सितंबर
चंडीगढ़ में आवारा कुत्तों, अतिक्रमण, गार्बेज कलेक्शन और असामाजिक तत्वों से परेशान रेजिडेंट्स का दुख आज मेयर रविकांत शर्मा और कमिश्नर आनंदिता मित्रा के सामने छलक पड़ा। अवसर था- चंडीगढ़ रेजिडेंट्स वेलफेयर फेडरेशन (क्राफेड) की बैठक का, जिसमें शहर की करीब 80 से ज्यादा रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लेते हुए दोनों अधिकारियों के समक्ष एक-एक कर अपना दुखड़ा रोया। हालांकि, मेयर और कमिश्नर द्वारा इस साल दिसंबर में होने जा रहे निगम चुनाव से पहले समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन मिलने के बाद रेजिडेंट्स को कुछ उम्मीद बंधी है।
शहर की समस्याओं को लेकर क्राफेड की मीटिंग गांधी स्मारक भवन सेक्टर 16 चंडीगढ़ में रखी गयी थी। इस मीटिंग में मुख्यातिथि के रूप में मेयर रविकांत शर्मा और निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा और शहर की लगभग सभी रेजिडेंट्स वेलफेयर संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए। क्राफेड के चेयरमैन हितेश पुरी के नेतृत्व में शहर की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन कमिश्नर और मेयर दोनों को सौंपा गया। इन मुद्दों में विशेषतः गार्बेज को घरों से एकत्रित करने में आ रही समस्याएं, डड्डूमाजरा के डंपिंग ग्राउंड, रेजिडेंट्स वेलफेयर द्वारा पार्कों के रखरखाव के लिए दी जाने वाली राशि में बढ़ोतरी और समय रहते भुगतान करने की मांग रहे।
पालतू कुत्तों के लिए ‘शिट बैग’ किया जाये अनिवार्य
क्राफेड के प्रमुख प्रवक्ता डाॅ. अनीश गर्ग ने कहा कि निगम चाहे तो शहर में रेहड़ी-फड़ी वालों का अतिक्रमण जड़ से खत्म हो सकता है। उसके लिए एनफोर्समेंट अफसरों की जिम्मेदारी तय हो। पालतू कुत्तों के लिए ‘शिट बैग’ अनिवार्य किये चायेें। महासचिव रजत मल्होत्रा ने कहा कि शहर में लगने वाली सब्जी मंडियों की जगह को पक्का किया जाये ताकि बरसात में उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना न करना पड़े। सीनियर सिटिजंस ने बैठक में कहा कि शहर गार्बेज कलेक्टर टाॅप फ्लोर से गार्बेज उठाने की एवज में सीनियर सिटिंजस से अतिरिक्त पैसे ले रहे हैं, जो गलत है।