पंचकूला, 9 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्य प्रधान धर्मेंद्र और महासचिव प्रभु सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों की 20-सूत्री मांगों को लेकर सेकेंडरी शिक्षा निदेशक जे गणेशन और मौलिक शिक्षा निदेशक अंशज सिंह से मुलाकात की। सकारात्मक माहौल में हुई बैठक में कुछ मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिला।
महासचिव प्रभु सिंह के अनुसार बैठक में सामान्य तबादले करने, पदोन्नति, एसीपी मामलों को निपटाने, छात्रों की प्रोत्साहन राशि जारी करने, गैर शैक्षणिक कार्यों पर रोक लगाने, कोरोना काल में मृत अध्यापकों के आश्रितों के मामले शीघ्र निपटाने, सभी प्रकार का बजट देने, स्कूलों का समय बढ़ाने, छात्रों के दाखिले 20 सितम्बर तक करने, एक्सग्रेसिया का मेडिकल भत्ता भी 500 से 1000 करने पर पर सहमित बनी। इसके अलावा मुख्य अध्यापकों का फेंक्शनल लेवल जो अभी तक आदेशों में 9 दर्शाया गया था, को पीबी 3 में, फेंक्शनल लेवल 10 करवाने पर सहमति बनी।
कैशलेश मेडिकल के लिए सभी शिक्षकों के शीघ्र आईकार्ड बनाने का आसान तरीका यूनीक नंबर से जोड़कर बनाने का भी आश्वासन मिला है।
इन मुद्दों पर जतायी असमर्थता
2017 के जेबीटी को स्थायी जिले अलाॅट करने, जेबीटी व सीएंडवी के अंतरजिला तबादले करने, छात्रों को पुस्तकें देने, ऑनलाइन कार्यों पर रोक लगाने, ग्रुप डी के कर्मचारी लगाने, एलटीसी 2016-19 का बजट देने जैसे मुद्दों पर असमर्थता या क्षेत्राधिकार से बाहर होने की कहकर टाल दिया गया। पीटीआई व ड्राइंग के समायोजन के मामले को सरकार स्तर का बताकर टाल गया।
मांगें नहीं मानी तो होगा बड़ा आंदोलन
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य प्रधान धर्मेंद्र और महासचिव प्रभु सिंह ने कहा कि यदि एक महीने तक उपरोक्त सहमति हुई मांगों का सकारात्मक हल नहीं निकला तो शीघ्र राज्य कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर एक बड़े आंदोलन का फैसला हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ करेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी शिक्षा विभाग व सरकार की होगी।