राजपुरा, 10 मार्च (निस)
पुलिस ने अनुज हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपियों को काबू कर लिया है। आरोपी अनुज की बुआ के बेटे ही निकले। एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि 2 मार्च को पूर्व सरपंच अमरजीत सिंह ने गांव भदक के पेट्रोल पंप के पीछे युवक की खून से सनी लाश होने की खबर दी थी। युवक के पिता कल्लू शर्मा ने उसकी पहचान अपने बेटे अनुज के तौर पर की। कल्लू ने बताया कि वह मूलरूप से गांव जिगाओं (उत्तर प्रदेश) के निवासी हैं और शहीद उधम सिंह कालोनी में किराए पर रह रहे हैं। पुलिस ने अनुज की हत्या के आरोपियों को शामू शर्मा, उसके भाई बबलू शर्मा उर्फ विजय को गांव सैदखेड़ी से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे अनुज की बुआ के बेटे हैं। करीब दो साल पूर्व शामू की अपनी ममेरी बहन से प्रेम संबंध हो गये थे। एक अगस्त 2019 को अनुज ने शामू को अपनी बहन के साथ आपतिजनक हालत में देख लिया था। इसको लेकर अनुज की माता ने सिटी थाना में शिकायत शामू के खिलाफ दी जिसका बाद में फैसला हो गया। अनुज उसके रिश्तेदारों में उसकी बदनामी करने लगा था। इससे तंग आकर शामू ने अपने भाई विजय के साथ मिलकर अनुज की हत्या करने की योजना बनाई।
शराब पिलायी और चाकू से कर दिया कत्ल
अनुज को शराब पिलाने के बहाने विजय रात करीब साढ़े नौ बजे साइकिल पर गांव भदक से सैदखेड़ी वाली लिंक रोड पर लाया। जहां पर शामू पहले से मौजूद था। शामू, विजय और अनुज ने पुल्ली पर शराब पी। इसके बाद शामू ने अनुज को बालों से पकड़ लिया और विजय ने चाकू से वार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद लाश को नजदीक छप्पड़ में फेंक दिया।