चंडीगढ़, 30 दिसंबर (ट्रिन्यू)
पंजाब सरकार के खिलाफ 1 दिसंबर से जारी अनिश्चितकालीन बंद में कॉलेज और विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने अपनी मांगों के लिए दबाव बनाने के लिए आज डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से मध्य मार्ग तक मार्च निकाला। इन मांगों में 7वीं सीपीसी को लागू करना और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से वेतनमान को अलग करने के उनके फैसले को रद्द करना शामिल है। उधर, शिक्षकों के बच्चों ने भी अपने माता-पिता की जायज मांगों के बारे में सोशल मीडिया पर एक आंदोलन शुरू किया है।
डीएवी सीटीयू प्रधान डॉ. सुमित गोकलानी ने कहा कि पंजाब सरकार की एक बहुत ही नकारात्मक छवि उन बच्चों के दिमाग में बनने लगी है जो अपने राष्ट्रनिर्माता माता-पिता को अपने लंबित अधिकारों और गरिमा को हासिल करने के लिए पीड़ित देख रहे हैं। शिक्षकों ने कहा कि ये सभी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेंगे जब तक कि सरकार राज्य में उच्च शिक्षा की बिगड़ती स्थिति पर ध्यान देने का फैसला नहीं कर लेती।
आज भूख हड़ताल में डॉ
शैलजा अग्निहोत्री (जीजीडीएसडी कॉलेज), डॉ. सीमा कंवर (एमसीएम कॉलेज फॉर वूमेन), डॉ. वंदिता कपूर (एमसीएम कॉलेज) सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बैठे जबकि प्रो. कपिल गंधार, डॉ. संदीप सिंह, प्रोफेसर सूरज नारायण और प्रोफेसर उदय भान सिंह (डीएवी कॉलेज) शाम 5 बजे से कल सुबह 9 बजे तक भूख हड़ताल पर रहेंगे।