पंचकूला, 15 जुलाई (ट्रिन्यू)
नजदीक के गांव अभयपुर में डायरिया के 179 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें से 56 मरीज गांव में लगाए गए कैंप में सामने आए हैं। उन्हें वहीं पर दवाई देकर निगरानी में रखा गया है। 3 मरीजों को अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। अस्पताल में 123 मरीजों का इलाज चल रहा है। डायरिया के कारण एक 9 वर्षीय बच्चे अर्पित की मौत हो गई , जोकि मंगलवार देर रात को नागरिक अस्पताल में आया था। अस्पताल की ओर से बच्चे को तुरंत कुछ दवाइयां दी गई थीं, जिसके बाद बच्चे की हालत में सुधार हो गया था। इसके बाद डॉक्टर ने बच्चे को ओपीडी में जाकर दिखाने और दवाई लेने की सलाह दे दी थी। अभिभावक बच्चे को लेकर वापस आ गए थे, लेकिन उसकी हालत फिर से बिगड़ गई और बाद में अभिभावक बच्चे को नागरिक अस्पताल लेकर आए। उनका कहना है कि बच्चे का सही ढंग से इलाज नहीं हुआ और उसकी मौत हो गई। अभिभावकों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ रोष जताया। सिविल सर्जन डा. मुक्ता के अनुसार गांव अभयपुर में सफाई व्यवस्था बहुत ही खस्ताहालत में है। जगह-जगह गड्ढे हो रखे हैं और उनमें पानी भरा हुआ है। सीवरेज के ढक्कन भी गायब हैं।
लोगों के घरों में जो पीने के पानी के लिए टैंक रखे हुये हैं, वह बहुत ही निचले स्तर पर हैं। जिसमें सीवरेज की लाइन भी नहीं है और पानी के टैंक के साथ ही अलग से सीवरेज है जिससे पानी ओवरफ्लो करके पीने के पानी के साथ मिल रहा है।
पीने के पानी में मिला सीवरेज का गंदा पानी
एचएसवीपी और जनस्वास्थ्य विभाग की पाइपलाइन गांव में कई घरों को पानी सप्लाई कर रही है। जनस्वास्थ्य विभाग की पाइपलाइन बीच में टूट गई, जिसके कारण पीने के पानी में सीवरेज का गंदा पानी मिलकर आना शुरू हो गया। ज्यादा गंदा पानी मकान नंबर 33, 34, 35 और मकान नंबर 470 से 500 के पास आ रहा है। मकान नंबर 493 और 497 के पास लाइन टूटने के कारण सीवरेज का पानी मिक्स होकर आने लगा था। एचएसवीपी द्वारा केवल एक ही लाइन से पानी दिया जाता है, जिसके बाद लोगों ने अपने प्राइवेट कनेक्शन करवा रखे हैं। उन कनेक्शनों की पाइप पुरानी होकर टूट गई थी। अब पानी के दो कनेक्शन काट दिये हैं, जिसके बाद पानी बिल्कुल ठीक आ रहा है।