पिंजौर, 27 दिसंबर (निस)
कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसान संगठनों ने रविवार को तीसरे दिन भी चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर स्थित चंडीमंदिर टोल प्लाजा पर धरना जारी रखते हुए वाहनों की एंट्री फ्री करवाई। किसान आंदोलन को आढ़ती, व्यापारी व मजदूर संगठनों का भी समर्थन मिला है। किसान यूनियन कालका के प्रधान कर्म सिंह को प्रापर्टी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान हर्ष चड्ढा, मान सिंह, गुरभाग सिंह धमाला, जरनैल सिंह, बलजीत सिंह बल्ली, मुकेश सोढी, सतिन्द्र टोनी आदि अन्य नेता भी अपना समर्थन देने पहुंचे। दोनों साइडों के 2-2 टोल बैरियरों को छोड़ बाकी सभी पर ट्रैक्टर खड़े कर टोल बंद कर रखे थे। यहां टेंट लगा हुआ था जिसमें किसानों ने रातभर रजाइयों, कम्बलों में बिताई। यहां लंगर भी लगाया हुआ था।
किसानों के समर्थन में दिया भाजपा से इस्तीफा
राजपुरा (निस) : प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य व संघ व भाजपा के कई पदों पर रहे नेता एडवोकेट किशन सिंह ने नये कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बाॅर्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों के समर्थन में भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजने के साथ ही काॅपी प्रधान मंत्री, प्रदेश भाजपा के प्रधान, संगठन महामंत्री पंजाब सहित मीडिया को भी भेजी है।
बजाये बर्तन, नहीं सुनी ‘मन की बात’
जीरकपुर (निस) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज ‘मन की बात’ की गई और नव वर्ष की शुभकामनाएं दी गई। जिस समय मन की बात चल रही थी, उसी समय किसानों ने तख्तियां लहराकर और बर्तन बजाकर विरोध किया। जीरकपुर में भी पंचकूला रोड पर ‘के एरिया’ लाइट पॉइंट पर युवाओं ने इकट्ठा होकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मोदी सरकार इन कानूनों को रद्द नहीं करने पर अड़ी हुई है और इसे किसान हितैषी बता रही है। पभात गांव के निवासियों ने साहिबज़ादा को समर्पित एक लंगर लगाया व ‘मन की बात’ का विरोध किया। इस मौके पर जत्थेदार हरबंस सिंह, स्वर्णजीत कौर बल्टाना आदि ने कहा कि केंद्र सरकार धक्केशाही बंद करे।