मनीमाजरा (चंडीगढ़), 20 दिसंबर (हप्र)
नयी शिक्षा नीति के अनुरूप केंद्र सरकार और चांसलर ऑफिस के दिशा-निर्देशों पर पंजाब यूनिवर्सिटी में गवर्नेंस रिफॉर्म्स किये जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी केंद्र की पॉलिसी के अनुरूप ही आगे बढ़ रही है। यह कहना है पंजाब यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो.रेनु विग का। एक पत्रकार वार्ता में पंजाब यूनिवर्सिटी के सीनेट स्ट्रक्चर को लेकर चल रहे मामले और यूनिवर्सिटी के रूटीन कामकाज में रुकावट को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कुलपति प्रो. रेनु विग ने कहा है कि यूनिवर्सिटी की ओर से बुधवार को कोर्ट में एप्लीकेशन देकर स्टे हटाने की रिक्वेस्ट दी जा रही है ताकि यूनिवर्सिटी के रोजाना कामकाज में किसी तरह का बाधा न पड़े। हरियाणा की पंजाब यूनिवर्सिटी में हिस्सेदारी और पंजाब की ना-नुकर को लेकर प्रो. रेनु विग ने कहा कि इस मसले पर उनसे कुछ नहीं पूछा गया। विभिन्न सरकारों के स्तर पर ही यह मुद्दा चल रहा है। इसकी एक-दो बैठक जरूर हुई लेकिन फिलहाल यह मुद्दा पूरी तरह से ठप है। कुलपति प्रो. रेनु विग ने अपने एक साल की उपलब्धियों के बारे में कहा कि यूनिवर्सिटी को बढिय़ा नैक ग्रेडिंग मिली, यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। हर पैरामीटर पर यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में सुधार हुआ है जो आगे भी जारी है। पीयू जिस आन-बान और शान के लिये जानी जाती थी, उसका वह रुतबा बरकरार रखा जाएगा। नई शिक्षा नीति कालेजों में भी जल्द ही लागू होगी।
एल्यूमनी कार्प्स फंड का टारगेट 100 करोड़
पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एल्यूमनी कार्प्स फंड में 100 करोड़ एकत्र करने का टारगेट रखा है। लक्ष्य को पूरा करने के लिये जोर-शोर से प्रयास भी शुरू कर दिये गए हैं। कार्यक्रम के लिये यूनिवर्सिटी से पढ़ चुके देश-विदेश से कुल 1500 एल्यूमनी ने रजिस्ट्रेशन कराया है जिसमें से 700 ने अब तक आने की कन्फर्मेशन दे दी है। इसमें 25 एल्यूमनी विदेश से आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी से जुड़ी रही कई ऐसी हस्तियों को भी निमंत्रण दिया गया है जो विभिन्न प्रोजेक्ट्स के लिये मोटा फंड दे सकते हैं। अपने अल्मामैटर के लिए कई एल्यूमनी फंड देने के इच्छुक भी हैं। एवन साइकिल के श्री पाहवा ने पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन को कहा है कि वह उस प्रोजेक्ट का एक कंक्रीट प्रपोजल दें जिसके लिये उन्हें फंड की जरूरत है। पंजाब यूनिवर्सिटी के एल्यूमनस जो इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, उसमें डॉ. किरण बेदी, डॉ. अजय सूद, डॉ. अजय वर्मा, यूबीएस से पढ़े ओसवाल ग्रुप के मालिक और कैमिस्ट्री विभाग की एल्यूमनस डॉ. सुनिती शर्मा सहित अन्य कई हस्तियां कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे शिरकत
पंजाब यूनिवर्सिटी की आगामी शनिवार को एल्यूमनी मीट होने जा रही है। इसमें देश के उपराष्ट्रपति और यूनिवर्सिटी के चांसलर जगदीप धनखड़ बतौर मुख्यअतिथि शिरकत कर रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
क्यों पड़ी फंड मांगने की जरूरत
पंजाब यूनिवर्सिटी बीते कुछ सालों से आर्थिक संकट से जूझ रही है। केंद्र व पंजाब सरकार से यूनिवर्सिटी प्रशासन कई बार निर्धारित शर्तों के अनुरूप हर साल के फंड देने की पेशकश कर चुका है। तय नियमों के मुताबिक पंजाब यूनिवर्सिटी को 60 प्रतिशत ग्रांट केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत ग्रांट पंजाब सरकार की ओर से देने का प्रावधान है। लेकिन पंजाब सरकार बीते कई साल से महज 10 प्रतिशत फंडिंग ही दे रही है। केंद्र सरकार फिलहाल 90 प्रतिशत तक ग्रांट दे रही है। सातवें पे कमीशन के प्रारुप के अनुसार ग्रांट एन्हांसमेंट के लिये केंद्र सरकार को लिखा गया है। केंद्र से 50 करोड़ की राशि इस ऐवज में मांगी गई है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय से यह मांग यूजीसी के पास भेज दी गई है। यूजीसी के फाइनेंस सेक्शन के पास फिलहाल यह लंबित है।