जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 16 मई
पंजाब विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल नंबर-1 और 2 में आज कोरोना टेस्ट करने आयी यूटी हेल्थ टीम का छात्रों ने विरोध किया। छात्रों के विरोध के बाद गर्ल्स हॉस्टल नंबर-1 से 34 छात्राओं में से केवल 3 का ही टेस्ट किया जा सका जबकि 17 स्टाफ व मैस वर्कर का टेस्ट किया गया। इसी तरह से गर्ल्स हॉस्टल नंबर-2 से भी केवल 13 लोगों का ही टेस्ट हो पाया।
पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन के आग्रह पर कोरोना टेस्ट के लिये ही यूटी की हेल्थ टीम पीयू पहुंची थी। डीएसडब्ल्यू आफिस की ओर बताया गया कि छात्र नेताओं को हेल्थ टीम आने का पता चलते ही वे उससे पहले ही गेट पर पहुंच गये और टेस्ट न करने देने पर अड़ गये। लक्ष्मीबाई हॉस्टल (2) की वार्डन ने डीएसडब्ल्यू को निवेदन किया था कि सभी छात्राओं व स्टाफ के टेस्ट कराये जायें, इसी को लेकर सीएमओ के जरिये यूटी हेल्थ टीम पीयू पहुंची। प्रवक्ता का कहना है कि बाद में कुछ छात्रों ने फोन पर वार्डन को कहा कि हॉस्टल में रह रही छात्राओं की घर जाने के लिये कौंसलिंग को तुरंत रोक दें और अपना एकेडमिक काम करें।
दोनों हॉस्टलों में करीब 50 लोग
गर्ल्स हॉस्टल नंबर-2 के वार्डन और आफिस स्टाफ सहित 18 में से कुल 7 कोविड पॉजिटिव आ चुके हैं। ये सब केस अप्रैल से लेकर अब तक के हैं। वहीं 12 मई को घर गयी दो छात्राओं में से एक घर पहुंचने पर पॉजिटिव पायी गयी। इन दोनों हॉस्टलों में अभी भी करीब 50 लोग हैं जिनमें से 34 छात्राएं हैं। इन्हें पहले भी कई बार कमरे खाली करने को कहा जा चुका है मगर ये नहीं कर रही हैं। दो अटेंडेंट एक दिन पहले भी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं, ये दोनों दूसरे हॉस्टल के स्टाफ के संपर्क में भी आये थे। इस महिला स्टाफ ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को पानी पिलाया था इसलिये संपर्क में आये सभी लोगों को ट्रेस करना बड़ा ही मुश्किल है।