आदित्य शर्मा
चंडीगढ़/पंचकूला, 23 अगस्त
पंजाब सरकार में अब तक लोक संपर्क विभाग की डयूटी निभाने के बाद सोमवार को चंडीगढ़ में नगर निगम में आयुक्त का नया कार्यभार संभालते ही आनंदिता मित्रा एक्शन मोड में दिखीं। वर्ष 2002 बैच की आईएएस अधिकारी आनंदिता संभवत: पहली महिला निगमआयुक्त है जिनकी स्थाई तौर पर नियुक्ति हुई है। सुबह ज्वाइन करने के साथ ही उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की जिस दौरान उन्होंने शहर से जुड़े विशेष प्रोजेक्ट की फाइलों का स्टेटस मांग लिया है। सबसे पहले नागरिकों के विषय को फोकस किया। निगम आयुक्त का कहना है कि शहर को स्वच्छता में नंबर वन लाना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। शहर के सिटी ब्यूटीफुल के टैग को बरकरार रखना जरूरी है। आनंदिता मित्रा ने ज्वाइनिंग के बाद मेयर रविकांत शर्मा और फिर एडवाइजर से औपचारिक मुलाकात की। नई निगम आयुक्त की मौजूदगी में 26 अगस्त को वित्त एवं अनुबंध समिति और इसके बाद 31 अगस्त को निगम सदन की बैठक का आयोजन होने जा रहा है।
तालमेल बिठाये जाने की जिम्मेदारी
आने वाले दिनों में शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण और कचरा मुक्त शहर बनाना और ओडीएफ प्लस प्लस स्टेटस की रैंकिंग भी उनके सामने घोषित होनी है। नई निगम आयुक्त मित्रा के सामने कई चुनौतियां भी होंगी। स्मार्ट सिटी और निगम के खुद के नए और पुराने प्रोजेक्ट सिरे चढ़ाए जाना, निगम में आर्थिक सुधार करना, निगम की कार्यशैली समझने के साथ मेयर, पार्षदों, निगम अधिकारी, कर्मचारियों, आरडब्ल्यूए के साथ तालमेल बिठाए जाने, शहर को विकास की दिशा में आगे बढ़ाए जाने की जिम्मेदारी उनके लिए चुनौती होगी।
समस्याएं और मुद्दे साथ-साथ
नगर निगम आयुक्त के मुताबिक शहर में समस्याओं को झेल रहे नागरिकों के साथ तालमेल बिठा कर हर समस्या पर मंथन करने के बाद ही आगे कदम बढ़ाया जाएगा। आवारा पशु, कुत्तों की समस्याओं को सुलझाया जाएगा। इनके साथ ही शहर के सेनिटेशन, डंपिंग ग्राउंड, गारबेज प्लांट बड़ी समस्यायें हैं ।