एस.अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 16 मार्च
अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो ट्राईसिटी में मेट्रो दौड़ेगी। मेट्रो के पहले चरण में चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड चौक से पंजाब यूनिवर्सिटी व पीजीआई के अलावा एयरपोर्ट के लिए वैकल्पिक मार्ग का सुझाव दिया गया।
ट्राईसिटी में मेट्रो चलाने को लेकर रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (राइट्स) की ओर से प्रशासन को सौंपी गई ट्राईसिटी कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) को बृहस्पतिवार को सैद्धांतिक मंजूरी दे गई।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ सचिवालय में प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में हुई बैठक में ट्राईसिटी के लिए फाइनल कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में आए सुझावों को शामिल करने के बाद इसे केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। बैठक में पंचकूला, चंडीगढ़ और मोहाली में यातायात व्यवस्था तथा तीनों शहरों में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में मेट्रो के पहले चरण में चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड चौक से पंजाब यूनिवर्सिटी व पीजीआई के अलावा एयरपोर्ट के लिए वैकल्पिक मार्ग का सुझाव दिया गया। बैठक के दौरान ट्राईसिटी में बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए हितधारकों द्वारा मेट्रो परियोजना के लिए वैकल्पिक मार्गों का सुझाव दिया गया था। बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पंजाब की पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान के अलावा चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता, हरियाणा के मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्य सचिव संजीव कौशल और शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण गुप्ता सहित पंजाब व चंडीगढ़ के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में चंडीगढ़ की तरफ से प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल, परिवहन सचिव नितिन यादव, निदेशक प्रद्युमन सिंह व अन्य भी मौजूद रहे। वायुसेना व रेलवे के अधिकारिय व अन्य हितधारकों ने भी बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मेट्रो के माध्यम से पिंजौर-कालका को चंडीगढ़ से जोड़ने के लिए कहा। उन्होंने मेट्रो के विस्तार में घग्गर नदी और नए पंचकूला के क्षेत्रों को शामिल करने की बात भी कही। साथ ही जीरकपुर को पिंजौर-कालका तक जोड़ने का सुझाव दिया। उन्होंने बैठक में सुझाव दिया कि पंजाब, हरियाणा सिविल सचिवालय, विधानसभा, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट, पीजीआई तथा एयरपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर लोगों की आवाजाही अधिक रहती है।
बंसल ने की सैद्धांतिक मंजूरी की सराहना
पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने पंजाब, हरियाणा की सरकारों और चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा चंडीगढ़ में मेट्रो रेल की सैद्धांतिक मंजूरी दिये जाने का स्वागत किया है। इसे देर से लिया गया लेकिन एक ज़रूरी फ़ैसला बताते हुए बंसल ने कहा कि चंडीगढ़ शहर को तत्काल मेट्रो रेल की आवश्यकता है ताकि शहर में बेकाबू सड़क यातायात में आ रही समस्याओं से राहत मिल सके। मेट्रो रेल की मंजूरी में देरी पर खेद व्यक्त करते हुए बंसल ने कहा कि मेट्रो रेल के निर्माण के उनके प्रस्ताव को 10 साल से अधिक समय पहले सिटी एमपी के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान स्वीकार किया जा चुका था, लेकिन वर्तमान संसद सदस्य द्वारा उसे पिछले करीब 9 साल से ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। बंसल ने चंडीगढ़ मेट्रो की पहुंच खरड़, बनूड़, डेराबस्सी और कालका तक बढ़ाने का भी आग्रह किया।