मनीमाजरा (चंडीगढ़), 5 अक्तूबर (हप्र)
सेक्टर 33 में बुधवार को मरम्मत के दौरान बूथ की छत गिरने से हुए हादसे को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दो बूथों को इकट्ठा कर कॉफी शॉप का निर्माण किया जा रहा था, जो की नगर निगम के बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन है।
पुलिस ने इस मामले में ठेकेदार सुरेंद्र और बूथ के किराएदार आयुष के खिलाफ केस दर्ज कर बुधवार देर रात दोनों को गिरफ्तार कर उन्हें जमानत पर छोड़ दिया।
हादसे में तीन मजदूर मलबे में दबे थे। इनमें से घायल मजदूर अरुण तिवारी और छोटेलाल को वहां पर मौजूद लोगों ने तुरंत निकाल लिया था। इसलिए उन दोनों की जान बच गई। जबकि तीसरे मजदूर मंचन यादव को पुलिस प्रशासन और डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम ने मलबे को कटर से काटकर निकाला था। उसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया था।
मनीमाजरा में बनी है अवैध बेंसमेंट्स
मनीमाजरा की मोटर मार्केट के अलावा शहर में कई कर्मियशल साइटों पर नगर निगम की अनुमति के बगैर ही बेसमेंट्स बनी है जिसके बारे में स्थानीय अधिकारियों को पता होने के बावजूद कार्यवाही नहीं की गई। सूत्रों का कहना है कि मनीमाजरा में कभी भी चंडीगढ़ जैसा हादसा घटित हो सकता है।