ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 11 अक्तूबर
PGI गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के तहत, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के जीआई सर्जरी, एचपीबी, और लिवर ट्रांसप्लांटेशन विभाग के प्रोफेसर टी.डी. यादव को भारतीय सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी संघ (IASG) का अध्यक्ष चुना गया है। यह चुनाव 3 से 6 अक्तूबर 2024 तक पटना, बिहार में आयोजित 34वें वार्षिक सम्मेलन में हुआ।
IASG का सम्मान और योगदान
IASG, जिसमें 1500 से अधिक जीवन सदस्य हैं, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के क्षेत्र में एक प्रमुख संघ है। प्रोफेसर यादव का इस प्रतिष्ठित पद पर चुनाव उनके क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और शैक्षणिक समुदाय में उनकी नेतृत्व क्षमता का प्रमाण है। वे IASG की सभी शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं और इससे पहले वे दो कार्यकाल तक कार्यकारी सदस्य के रूप में सेवा दे चुके हैं। इसके अतिरिक्त, वे हर सोमवार को संघ द्वारा ऑनलाइन आयोजित जीआई क्लीनिक्स के लिए नियमित रूप से पैनलिस्ट और मॉडरेटर के रूप में कार्य करते हैं।
लिवर ट्रांसप्लांटेशन में महत्वपूर्ण भूमिका
IASG में अपनी उत्कृष्ट भूमिका के अलावा, प्रोफेसर यादव ने अंतर्राष्ट्रीय हेपेटो-पैन्क्रियाटिक-बिलियरी संघ (IHPBA) के भारतीय चैप्टर के मानद सचिव के रूप में भी पांच वर्षों तक कार्य किया है। उन्होंने पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में लिवर ट्रांसप्लांटेशन कार्यक्रम की शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो संस्थान की स्वास्थ्य सेवा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
पीजीआईएमईआर की बढ़ती पहचान
प्रोफेसर यादव का IASG के अध्यक्ष पद पर चुनाव न केवल उनके लिए एक अद्भुत उपलब्धि है, बल्कि पीजीआईएमईआर के लिए भी गर्व का क्षण है, जो गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और लिवर ट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र में संस्थान की नेतृत्व क्षमता और उत्कृष्टता को दर्शाता है।