चडीगढ़, 28 जुलाई (ट्रिन्यू)
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ ने ‘नैक-रिविज़िटिंग द क्वालिटी बेंचमार्क : एन एसेसर्स पर्सपेक्टिव’ शीर्षक से एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया। इस व्याख्यान के लिए प्राचार्या और नैक मूल्यांकनकर्ता डॉ. निशा भार्गव प्रमुख वक्ता के रूप में शामिल हुईं। इस व्याख्यान में देश भर के विभिन्न संस्थानों के संकाय सदस्य शामिल हुए।
नैक द्वारा मान्यता प्राप्त लाभों को रेखांकित करते हुए व्याख्यान की शुरुआत में डॉ. भार्गव ने वर्तमान मूल्यांकन और मान्यता प्राप्त रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने रूपरेखा की नई विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला, जिनमें मात्रात्मक संकेतक मूल्यांकन, सरलीकृत प्रक्रियाए, सहकर्मी टीम के दौरे के लिए पूर्व-योग्यता और डेटा का तृतीय पक्ष सत्यापन मुख्य रूप से शामिल थे।
डॉ. भार्गव ने नैक मान्यता की चरण-दर-चरण प्रक्रिया की जानकारी दी और प्रत्येक चरण के दौरान ध्यान में रखे जाने वाले बिंदुओं से अवगत कराया। उन्होंने अच्छे ग्रेड प्राप्त करने के लिए प्रत्येक मानदंड के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए नवीन शिक्षण विधियों को अपनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और मूल्यांकन को अधिक पारदर्शी और मानदंड आधारित बनाने का समर्थन किया। उन्होंने अनुसंधान करने पर भी जोर दिया जो वाणिज्यिक लक्ष्यों और सामाजिक कल्याण के लक्ष्यों के बीच संतुलन बनाए रखता है।