चंडीगढ़, 27 सितंबर (ट्रिन्यू)
पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पूटा) कार्यकारिणी ने आज शिक्षकों के कल्याण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए गोल्डन जुबली हॉल में कुलपति प्रो. रेनू विग से मुलाकात की। बैठक में वीसी के सचिव, परीक्षा नियंत्रक, एफडीओ, एक्सईएन कंस्ट्रक्शन कार्यालय, डीआर स्थापना शाखा सहित विश्वविद्यालय के कई प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे। पूटा अध्यक्ष प्रो. अमरजीत सिंह नौरा ने पिछले एक साल में शिक्षकों की कई लंबित मांगों को हल करने के लिए दिए गए समर्थन के लिए कुलपति का आभार जताया, जिसमें संशोधित यूजीसी वेतनमान के कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप केंद्र सरकार के अनुदान में वृद्धि, पिछले साल सीएएस पदोन्नति की रिकॉर्ड संख्या शामिल है। यूजीसी विनियम 2018 के खंड 6.3 का समाधान, 60 वर्ष से अधिक उम्र के शिक्षकों को विभिन्न समितियों में शामिल करना और कई अन्य मुद्दे जिनका शिक्षकों को समय-समय पर सामना करना पड़ता है। इसके बाद उन्होंने कुलपति को 17 सितंबर को आयोजित पूटा कार्यकारिणी की बैठक के दौरान चर्चा किए गए कई मुद्दों से अवगत कराया।
कुलपति ने साझा किया कि केंद्र सरकार ने संशोधित यूजीसी वेतनमान के कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप 175 करोड़ रुपये के वार्षिक अनुदान और एकमुश्त अनुदान में वृद्धि की प्रतिबद्धता जताई है। एक जनवरी 2016 और वह जल्द से जल्द धनराशि जारी करने के मामले पर लगातार नज़र रख रही है। उन्होंने यह भी बताया कि डीएसीपी के तहत डेंटल फैकल्टी की पदोन्नति की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा रहा है और स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक जल्द ही होने की उम्मीद है। उन्होंने ऑडिट टिप्पणियों के कारण अटके कैस प्रमोशन मामलों को उचित तरीके से हल करने में सहयोग का भी आश्वासन दिया। प्रभावित शिक्षकों को राहत देने के लिए पीएचडी वेतन वृद्धि की बहाली के मुद्दे को उचित रूप से उठाया जा रहा है। कुलपति ने यूजीसी नियमों और पीयू सीनेट द्वारा लिए गए निर्णय को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष तक बढ़ाने के लिए अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।
कुलपति ने विश्वविद्यालय के घरों के रखरखाव और मरम्मत से संबंधित मुद्दों के लिये संबंधित अधिकारी को रहवासियों को किसी भी कठिनाई से बचने के लिए समन्वित तरीके से प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का निर्देश दिया।