मोरनी (निस)
फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया पंचकूला ब्रांच के द्वारा स्प्रिंट 4 परियोजना के अंतर्गत आपदा के दौरान यौन और लैंगिक आधारित हिंसा और परामर्श पर स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य केंद्र मोरनी और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आपदाओं के समय स्वास्थ्य कर्मियों को एसजीबीवी की पहचान, रिपोर्टिंग और परामर्श देने के लिए तैयार करना था। आपदा के दौरान हिंसा और शोषण के मामलों में वृद्धि देखी जाती है, ऐसे में पीड़ितों को संवेदनशील और सटीक मदद प्रदान करना अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद डॉ. सागर जोशी ने बताया कि प्रशिक्षकों ने स्वास्थ्य कर्मियों को यह सिखाया कि आपदा के समय एसजीबीवी के पीड़ितों को कैसे पहचाना जाए, उन्हें उचित मानसिक और शारीरिक सहयोग कैसे दिया जाए, और किस प्रकार से तत्काल और दीर्घकालिक परामर्श प्रदान किया जाए। इस अवसर पर शाखा की स्टाफ दिव्या, सलीमन, पूर्ण सिंह नेगी, डॉ. पिंकी सीएचओ, पूनम सूद, स्वरूप सिंह, सुषमा, संदीप, नाज़िम, रवि, वेद प्रकाश उपस्थित थे।