चंडीगढ़, 12 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने आज कुलपति प्रो. राजकुमार को यूआईसीईटी और यूआईटी में सिंगल गर्ल चाइल्ड, ग्रामीण क्षेत्र और सीमा क्षेत्र की सीटों को दोबारा लागू करने के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा। पंजाब विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय प्रशासन ने इंजीनियरिंग कोर्स में सिंगल गर्ल चाइल्ड कोटा को खत्म कर दिया है। साथ ही ग्रामीण एरिया (रूरल) और बॉर्डर एरिया कोटे को भी खत्म कर दिया है। पीयू के यूआईटी और यूआईसीईटी कोर्स में 2015-16 से इन कैटेगरी में स्टूडेंट्स को दाखिला मिल रहा था। साथ ही कैंसर और थैलेसीमिया पीड़ित आरक्षित सीट भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने खत्म कर दी हैं। विद्यार्थी परिषद ने ज्ञापन में वाइस चांसलर से मांग की है जल्द से जल्द इन आरक्षित सीटों पर दोबारा दाखिले किए जाए। पीयू पंजाब प्रांत के प्रदेश मंत्री कुदरत जोत कौर ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेताया है कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने यूआईटी और यूआईसीईटी में सिंगल गर्ल चाइल्ड, सीमा क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र को बिना किसी उचित आधार के और अधिकारियों की सनक और कल्पना के अनुसार समाप्त कर दिया है जब विवि में अन्य विभाग अभी भी उपयुक्त कोटे के तहत सीटों की अनुमति दे रहे हैं, तो यूआईसीईटी और यूआईटी में ही इतनी अनियमितता क्यों? पीयू एबीवीपी संयोजक जतिन सिंह ने बताया कि यह छात्रों के मौलिक अधिकारों और शिक्षा के अधिकार का भी उल्लंघन करता है।