ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 10 दिसंबर
चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर ने आज रॉक गार्डन से पंजाब राज भवन तक अन्य अधिकारियों के साथ साइकिल पर सवारी कर शहर की बाइक शेयरिंग प्रणाली के पहले चरण की शुरूआत की। रॉक गार्डन स्थित डॉकिंग स्टेशन पर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत विकसित की जा रही सार्वजनिक बाइक शेयरिंग प्रणाली के पहला चरण की शुरुआत करते हुए प्रशासक ने कहा कि शहर के लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर निगमायुक्त केके यादव ने बताया कि इस पायलट परियोजना में 25 डॉकिंग स्टेशन हैं जो शहर के प्रमुख स्थानों जैसे रॉक गार्डन, हाईकोर्ट और सुखना, पीजीआई, सेक्टर 17, सेक्टर 22, सेक्टर 34 में स्थापित किए गए हैं। सेक्टर 35 में 225 साइकिलों, सेक्टर 43 में 100 से अधिक पेडल असिस्टेड ई-बाइक शामिल किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुल 5,000 साइकिलें शहर में उपलब्ध कराई जाएंगी व इनके लिए 617 डॉकिंग स्टेशनों का एक नेटवर्क पूरे शहर में उपलब्ध होगा। यह उपयोगकर्ताओं को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा । इस परियोजना का आकार इसे भारत का सबसे बड़ा और घनी सार्वजनिक बाइक शेयरिंग नेटवर्क बना देगा। इस मौके पर प्रशासक के सलाहकार मनोज कुमार परिदा, महापौर राज बाला मलिक भी उपस्थित थे।
डॉकिंग स्टेशनों पर चार्जिंग सुविधा
निगमायुक्त केके यादव ने बताया कि डॉकिंग स्टेशनों पर चार्जिंग सुविधा के साथ-साथ पेडल असिस्टेड ई-बाइक भी उपलब्ध होंगे। आयुक्त ने कहा कि सभी साइकिल जीपीएस सक्षम लॉकिंग व्यवस्था के साथ प्रदान की जायेंगी। इसके साथ ही कमांड और कंट्रोल सेंटर में उपयोगताओं के लिए हेल्पलाइन सुविधा होगी। यह परियोजना रियायती मैसर्स स्मार्ट बाइक टेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित और संचालित की जा रही है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर यह 10 वर्षों की अवधि के लिए होगी । उनका कहना था कि लोगों को इसे उपयोग करने के लिए आधे घंटे के लिए 10 रुपये व मेम्बर्स को आधे घंटे के 5 रुपये देने होंगे । उपयोगकर्ता डॉकिंग स्टेशन पर साइकिल को अनलॉक और लॉक करके, मोबाइल एप स्मार्ट बाइक के माध्यम से डाउनलोड और पंजीकरण करके साइकिल ले जा सकेंगे।