मनीमाजरा (चंडीगढ़), 21 नवंबर (हप्र)
पीजीआई में फर्जी स्टाफ बनकर महिला को इंजेक्शन लगाने के मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें इंजेक्शन लगाने वाली महिला भी शामिल है जिसकी पहचान संगरूर की रहने वाली जसप्रीत कौर(20) के रूप में हुई है। वह पटियाला में केयरटेकर के रूप में काम करती थी। पुलिस ने उसे संगरूर से ही गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया राजपुरा के रहने वाले महिला मरीज के भाई जसमीत सिंह ने जसप्रीत कौर को पैसे देकर इंजेक्शन लगाने के लिए भेजा था। उसने इंजेक्शन अपने साथी बूटा सिंह निवासी राजपुरा और मनदीप सिंह निवासी पटियाला से खरीदे थे। इन दोनों ने यह इंजेक्शन राजपुरा अस्पताल में काम करने वाले अपने किसी साथी से लिए थे। पुलिस ने बताया कि गत 16 नवंबर को एक शिकायत प्राप्त हुई जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी भाभी हरमीत कौर को स्त्री रोग वार्ड में भर्ती कराया था और गत 15 नवंबर को रात्रि करीब एक अज्ञात महिला आई और उसे बोली कि मरीज को एक इंजेक्शन लगाना था, जब उसने इंजेक्शन और उसके नाम के बारे में पूछताछ की तो वह बिना अपना नाम बताए तुरंत चली गईं। इसके बाद उसकी भाभी की तबीयत खराब रहने लगी। उसे इस बात का शक था कि अज्ञात महिला ने उसकी भाभी को जान से मारने की नीयत से इंजेक्शन लगाया। शिकायतकर्ता ने आरोपी संदिग्ध महिला की फोटो उपलब्ध कराई, जो उसी ने उस वक्त खींची थी। एसएसपी कंवरदीप कौर ने गुरमुख सिंह, एसडीपीओ, इंस्पेक्टर मलकीत सिंह एसएचओ सेक्टर 11 के नेतृत्व में टीमें गठित कर मामले की जांच की और आरोपी पकड़े गए।
पीड़िता को अज्ञात पदार्थ का इंजेक्शन लगाने वाली आरोपी जसप्रीत कौर को गिरफ्तार किया गया। जसप्रीत ने बताया कि उसने ही पीड़िता को इंजेक्शन लगाया था। जसमीत सिंह (पीड़ित का भाई), मनदीप सिंह और बूटा सिंह को भी पर गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस जांच में पता चला है कि पीड़ित लड़की का परिवार पीड़ित की लव मैरिज होने से नाराज था। आरोपी जसप्रीत कौर को अदालत में पेश कर उसका 2 दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया जबकि अन्य आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।