पिंजौर, 9 जून (निस)
इस बार लोकसभा चुनाव में कालका विधानसभा से भाजपा को जहां एक ओर 69,257 वोट मिले वहीं वर्ष 2019 में उसे 80,386 वोट मिले थे। दूसरी ओर कांग्रेस को इस बार 58,412 वोट जबकि वर्ष 2019 में कांग्रेस को 32,999 वोट मिले थे। हालांकि भाजपा लोकसभा में कांग्रेस से अधिक वोट पाने में सफल तो हुई लेकिन पिछली बार की तुलना में उसे वोट कम मिले हैं और कालका में भाजपा की जीत का अंतर भी वर्ष 2019 की तुलना में कम हुआ है। लोकसभा चुनाव परिणामों के मद्देनजर दोनों दलों को 4 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। भाजपा के लिए चिंता का विषय है क्योंकि लोकसभा चुनाव में कालका का मतदाता राष्ट्रीय मुद्दों पर वोट करता है जबकि विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दे हावी रहते हैं। राज्य चुनाव आयोग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 में भाजपा को कालका हलके से 58032 वोट कांग्रेस को मात्र 23873 वोट ही मिले थे। इसी के साथ बात की जाए 2019 के विधानसभा चुनाव की तब लोकसभा चुनाव से उल्ट कांग्रेस को 57948 जबकि भाजपा को 52017 वोट मिले थे वर्ष 2014 में भाजपा को 50347 इनेलो को 31320 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस 19138 वोट लेकर खिसककर तीसरे स्थान पर चली गई थी। लेकिन इस बार समीकरण बदल चुके हैं। अंबाला से कांग्रेस का सांसद है और कालका से भी कांग्रेसी सांसद है।