मोहाली, 10 नवंबर (हप्र)
नकली दवाओं के कारोबार में संलिप्त तीन आरोपी पिछले तीन महीने से दिल्ली, उत्तराखंड और बद्दी क्षेत्रों में नकली दवाइयों की सप्लाई कर रहे थे। मोहाली पुलिस ने इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए दिल्ली और उत्तरप्रदेश पुलिस से संपर्क किया है और एक टीम इन राज्यों के लिए रवाना की गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक महत्वपूर्ण सुराग मिला है, जिसके आधार पर आरोपियों के तार दिल्ली की एक फार्मा कंपनी से जुड़े पाए गए हैं। पिंजौर के छिंदा सिंह को इस गिरोह का किंगपिन बताया जा रहा है। वह ही नकली दवाओं के लिए आगे की बातचीत और डीलिंग्स करता था। फिलहाल, तीनों आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं और सोमवार को उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मोहाली के एमके पार्क तंगौरी क्षेत्र में कुछ लोग नकली दवाइयां बना कर बेचने का कारोबार कर रहे हैं। आईटी सिटी पुलिस स्टेशन के एसएचओ सिमरजीत सिंह शेरगिल की अगुवाई में पुलिस टीम ने पार्क के प्लॉट नंबर 597 पर छापा मारा। जांच में फैक्ट्री से बीपी और शुगर जैसी बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कई नकली दवाइयां बरामद हुईं। इनमें टेल्मा एम और क्लेव जैसी दवाइयों की पैकिंग भी मिली, जो गंभीर बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल की जाती हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।