चंडीगढ़, 31 जुलाई (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. रेनु विग को केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) द्वारा ‘मानद कर्नल कमांडेंट’ आनरेरी रैंक से नवाजा गया है। कुलपति रेनु से पहले प्रो. आरसी सोबती, प्रो. अरुण ग्रोवर और प्रो. राजकुमार भी यह सम्मान पा चुके हैं।
प्रो. रेनु पंजाब विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति हैं जिन्हें इस ‘मानद कर्नल’ के रैंक से सम्मानित किया गया है। पाइपिंग समारोह चंडीगढ़ मुख्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। मानद रैंक और प्रमाणपत्र मेजर जनरल मंजीत सिंह मोखा, सेना मेडल, अतिरिक्त महानिदेशक, एनसीसी निदेशालय पंजाब द्वारा प्रदान किया गया। प्रो. रेनु विग ने कहा कि यह प्रतिष्ठित उपाधि ‘एकता और अनुशासन’ के बुनियादी सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए पंजाब विश्वविद्यालय और एनसीसी की साझा प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि एनसीसी के पास पूरे देश में युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करने की एक प्रसिद्ध विरासत है।
सिंडिकेट पर लगा स्टे हटवायेगी पीयू
कुलपति ने पूछे जाने बताया कि सीनेट चुनाव का शैड्यूल तय करने में इसलिये देरी हो रही है क्योंकि चांसलर आफिस की ओर से नोटिफिकेशन आना है, जो अभी तक नहीं आया है। जैसे ही कोई जवाब आता कार्यक्रम तय कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सिंडिकेट पर लगा स्टे हटवाने के लिये वे हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के चलते ही पिछली बार का फैकल्टी चुनाव कोर्ट में चला गया था। उन्होंने फैकल्टी की भर्ती संबंधी सवाल पर कहा कि इस साल 90 पद भरे जायेंगे जिसमें से 20 पर भर्ती चल रही है। उन्होंने फ्रेजर वैली, नाटिंघम यूनिवर्सिटी व कई अन्य विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू करने की प्रक्रिया के बारे में भी बताया। एससी छात्रों की स्कॉलरशिप पर उन्होंने कहा कि बच्चों ने फीस नहीं भरी है जिस कारण उनकी ओर 16 करोड़ बकाया जबकि पंजाब सरकार की ओर भी 21 करोड़ बकाया खड़ा है। कुलपति ने इस पर नाराजगी जतायी कि हर दिन छात्र संगठन और स्टाफ के लोग वीसी आफिस के सामने धरना प्रदर्शन लगाते हैं और इसके लिये तय जगह पर नहीं बैठते।