अनुराग सिंह
मथुरा-वृन्दावन में खाने-पीने की भी कई प्रसिद्ध दुकानें हैं। बृजवासी नाम से मथुरा में ढेरों दुकानें हैं। एक बिलकुल होली गेट के पास है। आप यहां से स्वादिष्ट पेड़े ले सकते हैं। बताते हैं कि इनका घेवर भी बहुत प्रसिद्ध है। विश्राम घाट के पास एक फेमस दुकान है ओमा पहलवान की। यहां पर आपको मथुरा का सबसे ज्यादा खाने वाला नाश्ता कचोड़ी और जलेबी मिल जाएगी। ठंडाई भी आपको मथुरा में कई जगह पर मिल जाएगी लेकिन विश्राम घाट के पास बाबू ठण्डाई वाले प्रसिद्ध हैं।
बाबू भाई की ठण्डाई में आपको मेवों की प्रचुर मात्रा मिलेगी और एक सुगंध मिलेगी, जिससे आपको बाबू भाई की ठंडाई से प्यार हो जायेगा। शंकर मिठाई वाला, यह नाम भी मथुरा में अत्यधिक लोकप्रिय है। मथुरा के हृदय स्थल होली गेट पर एक चाय की दुकान हमने देखी फिर वहां रुके, उनकी चाय पी और आसपास जानकारी ली तो मालूम हुआ यह एक प्रसिद्ध चाय की दुकान है नाम था बुलाखी चाय। अग्रवाल रेस्टोरेंट मथुरा का एक जाना-माना रेस्टोरेंट है जो महेश्वरी हॉस्पिटल के पास है। इसके अलावा अग्रवाल फैमिली ढाबा, श्रीराधा कृष्णा ढाबा, बंसल फूड्स, रतन मोती भी बढ़िया रेस्टोरेंट हैं। श्रीराधा-कृष्णा ढाबा के डुबकी वाले आलू भी प्रसिद्ध हैं। मथुरा शहर में आपको गोलगप्पे और चाट की ढेरों दुकानें मिलेंगी। जब आप होली गेट की तरफ जाएंगे तो वहां एक विकास बाज़ार नाम से जगह है— डैमपियर नगर। वहीं पर एक हनुमान जी का मंदिर है। बस इसी हनुमान जी के मन्दिर के आगे एक पूरा फास्ट फूड का स्थान-सा बना है। उसमें आपको कई तरह के खाने-पीने के विकल्प मिल जाएंगे। रूपम सिनेमा के सामने डोसा प्लाज़ा का डोसा भी बहुत अच्छे हैं।
चाट-चौपाटी नाम से मशहूर यह जगह बिलकुल प्रेम मन्दिर के सामने है। यहां आपको खाने-पीने की लगभग हर चीज मिल जाएगी। वृन्दावन में श्रीकृष्ण-बलराम मंदिर है जो कि इस्कॉन मन्दिर के नाम से जाना जाता है, यह प्रेम मंदिर के समीप ही है। श्रीजी लस्सी भण्डार बांके बिहारी मंदिर के समीप मुकेश शर्मा चाट के पास। यहां पर आपको कुल्हड़ में लस्सी दी जाएगी।
साभार : सफरजानकारी डॉट कॉम