आजकल आर्टिफिशियल का मामला जोर पर है। असली हीरा खरीदने की हैसियत न है, तो कोई बात नहीं, आर्टिफिशियल हीरा मिल जाता है। असली फूलों को उगाने के लिए धीरज, श्रम की जरूरत होती है, अगर वो सब नहीं है, तो कोई बात नहीं है, आर्टिफिशियल फूल मिल जाते हैं। इंटेलिजेंस यानी बुद्धिमत्ता की भी अब जरूरत न रही, अगर यह नहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिल रही है। उससे काम चला लीजिये, पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के काम बहुत खतरनाक टाइप हैं। वो कहते हैं न कि परम इंटेलिजेंट बेवकूफों जैसे हो जाते हैं, वही हाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वालों का है।
किसी कुंवारे को ईमेल जाता है किसी मैट्रिमोनियल वेबसाइट से, शादी का आफर का। मैट्रिमोनियल वेबसाइट वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करते हैं। उसी शख्स को दूसरी शादी का आफर चला जाता है, साथ में तलाक करवाने की सेवा का भी आफर चला जाता है। ये बेवकूफाना काम हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट वाला सॉफ्टवेयर कर सकता है। कई बातें सच होती हैं, पर वो खुलकर बोल दी जायें, तो मार मच जाती है। ऐसी ही मार मच रही है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वालों से निवेदन है कि जीवन में शांति लाने वाले काम करें, भले ही थोड़ा-सा झूठ बोल लें। झूठ बोलकर कई नेता सत्ता हासिल कर लेते हैं, झूठ बोलकर कुछ शांति हासिल कर लेने में बुराई नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये अब पत्नियां पकड़ सकती हैं कि पति कहां गया है। पति ने घर पर बताया है कि आज दफ्तर में एक्स्ट्रा काम है, पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस साफ्टवेयर के जरिये पत्नी को पता लग जाता है कि पति तो दोस्तों के साथ दारू पार्टी कर रहा है। अब पति की पिटाई होगी। घर की शांति बहुत दिनों तक भंग रहेगी। यह बात ठीक नहीं है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कुछ इस तरह की हो कि पति भले ही दोस्तों के साथ दारू पार्टी कर रहा हो, पर पत्नी को यह जानकारी मिलनी चाहिए कि पति एकदम बहुत ही भीषण टाइप के काम में भिड़ा हुआ है दफ्तर में। इतना-सा झूठ दिखाकर पति की प्राण रक्षा हो जायेगी और घर में शांति की रक्षा हो जायेगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाली तकनीक यह अंदाज लगाती है कि भविष्य में क्या होने वाला है। जिसने शादी की है, वह दूसरी शादी भी करेगा और तलाक भी करेगा-इस तरह का पूर्वानुमान आदमी की शांति भंग कर देता है। थोड़ी उदारता चाहिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये शोध करके पता चलता है कि नौजवानों में अफेयर के तीन दिन बाद ब्रेक हो जाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस निष्कर्ष पर 5000 अफेयरों के शोध के बाद पहुंची हो तो भी, इस तरह के शोध घातक होते हैं, क्योंकि फिर आर्टिफिशिय़ल इंटेलिजेंस की तरफ से नौजवान को मैसेज जायेगा-तीन दिन पूरे हुए, अब ब्रेकअप का टाइम है।