अलका ‘सोनी’
बदलते मौसम के मुताबिक हमें अलग-अलग फल और सब्जियों का स्वाद चखने को मिलता है। गर्मियों से लेकर सर्दियों तक ये मौसम देश की समृद्ध कृषि विरासत और पाक-परंपराओं में अपना योगदान देते हैं। परंपरागत रूप से उगाई मौसमी सब्जियों और फलों की बात ही कुछ और होती है। ये अपने अंदर उस मौसम के अनुकूल गुणों को समाए रखती हैं। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं। इसलिए मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए। शरद ऋतु में बाजार में फ्रेंच बींस, फूल गोभी, लाल टमाटर , सेम , मटर की सजीली फलियों, सुर्ख सेबों के साथ एक और अद्भुत फल आता है। हम बात कर रहे हैं तिकोने दिखने वाले ‘ सिंघाड़े ‘ की। जिसे आप सबने खाया होगा। चाहे कच्चा या उबला हुआ।
सिंघाड़ा न केवल स्वाद बल्कि गुणों से भी भरा रहता है। यूएसडीए फूड कंपोजीशन डेटाबेस के अनुसार, पानी फल सिंघाड़े में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। जैसे कि फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, मैंगनीज, कॉपर, विटामिन बी6 और राइबोफ्लेविन। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा पानीफल को लेकर किए गए अध्ययन के अनुसार इसमें एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लड़ने में आपकी मदद करता है। फाइबर युक्त का सेवन पाचन क्रिया को संतुलित रखता है और कोलेस्ट्रॉल व ब्लड प्रेशर स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार है। इसका सेवन सर्दियों में अवश्य करें। जानिये, इसके कुछ और फायदों को भी।
थायराइड के लिए गुणकारी
पानीफल सिंघाड़े को अत्यंत गुणकारी माना जाता है। इसमें आयोडिन और मैंगनीज पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। जो कि थायराइड की समस्या में लाभदायक होते हैं। इसमें मौजूद आयोडीन गले संबंधी रोगों से बचाता है।
स्ट्रेस कम कर सुधारे हार्ट का हेल्थ
सिंघाड़ा न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि यह आपके मूड को बेहतर बनाता है और तनाव भी दूर करता है। यह पोटेशियम से भरपूर होता है, इसलिए सोडियम इफेक्ट को भी कम करता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करता है।
इंस्टेंट एनर्जी के लिए लाभकारी
शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देने के लिए कच्चे सिंघाड़े का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। सिंघाड़े में मौजूद पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा देने का काम करते हैं। अगर आप लो फील कर रहे हैं या शरीर में ऊर्जा की कमी है, तो कच्चा पानीफल खाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
हॉर्मोनल बैलेंस करने में सहायक
हमारे शरीर में हॉर्मोन असंतुलित होने से कई तरह की परेशानियां जन्म लेती हैं। हॉर्मोनल बैलेंस को सामान्य करने के लिए कच्चा पानीफल खाना बहुत फायदेमंद होता है। कच्चे सिंघाड़े में एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिज आदि पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
स्किन के लिए फायदेमंद
स्वस्थ त्वचा के लिए कच्चा पानीफल खाना बहुत फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से आपके स्किन पर मौजूद झुर्रियां, झाइयां और कील, मुहांसे आदि दूर होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन और पानी की पर्याप्त मात्रा त्वचा के लिए फायदेमंद है।
इसके अलावा कान्स्टिपेशन और अपच को दूर करने के लिए कच्चे पानीफल का सेवन लाभकारी है। सर्दियों में कच्चा पानीफल बाजार में आसानी से मिल जाता है। आप इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। यह सुपरफूड है। पानीफल को पोषक तत्वों का पावरहाउस माना जाता है, क्योंकि इसमें शरीर के लिए जरूरी लगभग सभी जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन ए, बी, सी, ई, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, मैंगनीज, कॉपर जैसे जरूरी पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है। लोग इसका सीधे तौर पर कच्चा , उबालकर, या इसके आटे आदि का सेवन करते हैं। व्रत में सिंघाड़े के आटे की रोटी व हलवा का सेवन खूब किया जाता है।